बरेली। बरेली के भमोरा थाना क्षेत्र में पुलिस की पिटाई से किसान की मौत के मामले में मुकदमे में नामजद दरोगा नेपाल सिंह को भी एसएसपी ने निलंबित कर दिया है। साथ ही, पहले ही निलंबित किए गए तीन सिपाहियों के नाम विवेचना में जोड़े जा रहे हैं। पीड़ित पक्ष के बयान दर्ज करने को लेकर अभी तक गतिरोध बना हुआ है।
भमोरा थाना क्षेत्र के आलमपुर जाफराबाद गांव निवासी संतोष शर्मा (48) की 10 नवंबर को पुलिस की पिटाई से मौत हो गई थी। एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान ने दरोगा समेत सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था।
मृतक संतोष के भाई कृष्ण कुमार ने 10 लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मामले में नामजद दरोगा नेपाल सिंह को एसएसपी ने अब निलंबित किया है। जिन तीन सिपाहियों दीपक कुमार, सत्यजीत सिंह व कांस्टेबल मोहित कुमार को पहले निलंबित किया गया था, अब मुकदमे में उनके नाम बढ़ाए जा रहे हैं।
इधर, वादी पक्ष के बयान दर्ज कराने को लेकर गतिरोध था। वादी पक्ष के मुताबिक विवेचक फतेहगंज पश्चिमी थाना प्रभारी धनंजय पांडेय उन्हें फोन करके फतेहगंज बुला रहे थे पर वह चाहते हैं कि विवेचक गांव में ही आकर बयान लें। एसपी देहात मुकेश चंद्र मिश्रा ने इंस्पेक्टर को गांव जाकर बयान दर्ज करने का निर्देश दिया है।
मामले में आजाद अधिकार सेना शुक्रवार से कलक्ट्रेट के सामने अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करेगी। राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने बताया कि उन्होंने पहले ही बरेली के अफसरों को पत्र लिखकर 36 घंटों में दोषी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी की मांग की थी। इसके बाद भी उनकी गिरफ्तारी के लिए कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। मंडल अध्यक्ष शाहनवाज साबरी के नेतृत्व में आजाद अधिकार सेना यह अनिश्चितकालीन प्रदर्शन करेगी।