गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले से सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कवि नगर क्षेत्र के हरसांव गांव में रहने वाले एक युवक ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। युवक ने ससुरालियों और पत्नी पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया। इस दौरान उसने एक मिनट 45 सेकंड का वीडियो भी बनाया। वीडियो में पत्नी के लिए मैसेज छोड़ा है।
‘अंजू ये मैसेज तेरे है बस, लव यू, बाकी आज आखिरी बार शक्ल देख ले कोई दिक्कत ना है। कोई बात नहीं है तेरे बालक ठीक हैं। देख सोनू तो चला, तेरी बहन ने कही थी वो तेरा दूसरा ब्याह कराएगी तो अब दूसरा ब्याह हो जाएगा।
चल बाय अपना ध्यान रखियो और कुछ भी मेरे से गलती हुई हो तो माफ कर दियो, बाय, टाटा’ ये बातें हरसांव गांव के रहने वाले जोगेंद्र उर्फ सोनू ने एक मिनट 45 सेकंड के एक वीडियो में कहीं। इस वीडियो को बनाने के बाद 23 सितंबर को जोगेंद्र ने फंदा लगाकर जान दे दी।
मामले में जोगेंद्र के पिता जयप्रकाश ने कविनगर थाने में जोगेंद्र की पत्नी अंजू, साली आशा और साले मनीष पर उनके बेटे का उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। हरसांव की मंढैय्या निवासी जयप्रकाश का कहना है कि जोगेंद्र उर्फ सुक्खन की शादी 2019 में अहमदगढ़ बुलंदशहर के गांव अतरौली नंगला निवासी अंजू के साथ हुई थी।
जोगेंद्र चालक था। आरोप है कि शादी के बाद अंजू, उसका भाई मनीष और साली आशा उसे परेशान करने लगे थे। अंजू छोटी-छोटी बातों पर उनके बेटे से झगड़ा करती थी, जिसके बाद वह अपने भाई व अन्य लोगों को बुलाकर मारपीट करते थी।
एक बार अंजू और उसके भाई ने उनके बेटे व उनके परिवार पर आरोप लगाते हुए कविनगर थाने में शिकायत करके अपमानित किया था। एसीपी कविनगर श्रीवास्तव का कहना है कि मामले में आत्महत्या के लिए उकसाने के धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
जयप्रकाश का आरोप है कि मनीष आए दिन उनके बेटे को जमीन अंजू के नाम करने के लिए धमकाता था। बेटे की गृहस्थी बनाए रखने के लिए उन्होंने उसे अलग मकान लेकर भी दे दिया। लेकिन वे इसके बावजूद बाज नहीं आए और उनके बेटे का उत्पीड़न करे रहे।
जयप्रकाश का आरोप है कि 21 सितंबर को अंजू ने जोगेंद्र के साथ झगड़ा किया और अभद्रता व गाली-गलौच भी की। इसके बाद अंजू दोनों बच्चों को छोड़कर मायके चली गई। बाद में पता चला कि अंजू को उसका भाई मनीष उसे लेने के लिए घर के बाहर आया था।
आरोप है कि 23 सितंबर को अंजू और मनीष ने फोन करके जोगेंद्र से अपमानित तरीके से बात की। मनीष ने जोगेंद्र को मरने के लिए उकसाया और कहा कि वह अंजू की शादी कहीं और कर देंगे। इन्हीं बातों से तंग आकर जोगेंद्र ने फंदा लगाकर जान दे दी।