देहरादून। नगर में आपदा को लेकर जांच कर रहे अधिकारी संजीदा नजर नहीं आ रहे हैं। यहां एक भवन जर्जर हो चुका है। उस पर असुरक्षित और ध्वस्तीकरण का स्टीकर लगाया गया है, लेकिन प्रशासन की रिपोर्ट में यहां सूक्ष्म दरार बताई जा रही है।
जब भवन स्वामी ने इसकी शिकायत प्रशासन से की, तब प्रशासन के अधिकारियों ने फिर से टीम भेजकर जांच कराने की बात कही। मनोहर बाग वार्ड में चंडी प्रसाद बहुगुणा का मकान है। चंडी प्रसाद का कहना है कि कुछ दिन पहले तक उनके घर में हल्की दरारें थीं, लेकिन फिर अचानक दरारें बढ़ने लगी।
करीब एक सप्ताह पहले अधिकारियों ने उनके घर पर लाल स्टीकर लगाकर इसे असुरक्षित घोषित कर दिया। साथ ही ध्वस्तीकरण का भी स्टीकर लगाया गया है। स्टीकर लगते ही मकान में रह रहे किरायेदारों ने भवन खली कर दिया। चंडी प्रसाद परिवार के साथ अपने पुराने मकान में चले गए।
वहां फिलहाल अभी दरार नहीं हैं। किरायेदारों के खाली करने के संबंध में प्रशासन को सूचना देने वह तहसील गए तो वहां बताया गया कि आपके मकान में तो सूक्ष्म दरार हैं, फिर क्यों खाली कर रहे हो। यह सुनकर वह दंग रह गए।
चंडी प्रसाद ने बताया, उन्होंने इस बारे में एसडीएम से बात की, उन्हें घर में पड़ी दरारों की तस्वीर दिखाई, तब उन्होंने फिर से टीम भेजने की बात कही। उनका कहना है कि यहां हर दिन प्रशासन के अधिकारी आकर रिपोर्ट ले रहे हैं, उसके बावजूद उनके मकान में सूक्ष्म दरारें दिखाई जा रही हैं।
चंडी प्रसाद ने बताया, मकान में दरारें लगातार बढ़ रही हैं। दो दिन पहले घर के अंदर बनी सीमेंट की आलमारी गिर गई। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि दरारें किस तरह से बढ़ रही हैं।