
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण ने एक बार फिर लोगों की सांसें भारी कर दी हैं। सप्ताह की शुरुआत में हवा की गुणवत्ता में सुधार के संकेत मिलने के बाद शनिवार को हालात फिर बिगड़ गए और शहर का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंच गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार शनिवार सुबह नौ बजे दिल्ली का AQI 355 दर्ज किया गया, जिससे यह साफ हो गया कि स्मॉग ने राजधानी में फिर से मजबूत पकड़ बना ली है।
शनिवार की सुबह दिल्ली के कई इलाकों में घनी धुंध और स्मॉग की परत छाई रही। कुछ क्षेत्रों में हालात और भी गंभीर नजर आए। सुबह आठ बजे तक आनंद विहार में AQI 410, जहांगीरपुरी में 414, नरेला और रोहिणी में 406-406 तथा शादिपुर में 408 दर्ज किया गया। ये आंकड़े ‘गंभीर’ श्रेणी में आते हैं और यह दर्शाते हैं कि राजधानी के कई हिस्सों में हवा बेहद खतरनाक स्तर तक प्रदूषित हो चुकी है।
कुल मिलाकर शुक्रवार शाम से ही हवा की गुणवत्ता में तेज गिरावट देखने को मिली। शुक्रवार शाम चार बजे 24 घंटे का औसत AQI 332 दर्ज किया गया था, जबकि इससे एक दिन पहले गुरुवार को यह 234 था। महज 24 घंटों में इतना बड़ा उछाल यह संकेत देता है कि मौसम की परिस्थितियां प्रदूषण को फैलने से रोकने में नाकाम रही हैं।
मौसम विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण हवा की गति बेहद कम हो गई है। शांत हवाओं की वजह से प्रदूषक कण वातावरण में ही फंसे रह जाते हैं और नीचे बैठकर स्मॉग का रूप ले लेते हैं। यही वजह है कि राजधानी और आसपास के इलाकों में प्रदूषण तेजी से बढ़ा है।
इससे पहले शुक्रवार सुबह हालात कुछ हद तक सुधरे थे और AQI 220 तक आ गया था, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है। कई इलाकों में हवा ‘मध्यम’ स्तर तक पहुंच गई थी। इसी सुधार को देखते हुए बुधवार को दिल्ली सरकार ने ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान यानी GRAP के चरण-4 को वापस ले लिया था। उप-समिति ने उस समय स्थिति की समीक्षा के बाद राहत देने का फैसला किया था।
हालांकि यह राहत ज्यादा समय तक टिक नहीं पाई। मौसम वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में भी प्रदूषण का स्तर ऊंचा बना रह सकता है, क्योंकि पश्चिमी विक्षोभों की एक श्रृंखला उत्तर भारत को प्रभावित करने वाली है। मौजूदा हालात को देखते हुए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है और दिल्ली व आसपास के क्षेत्रों में मध्यम से घने कोहरे की संभावना जताई है।
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को दिल्ली का न्यूनतम तापमान 7.7 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 22.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शनिवार और रविवार को भी कई इलाकों में कोहरा छाए रहने की आशंका है, जिससे दृश्यता के साथ-साथ प्रदूषण की समस्या और गंभीर हो सकती है।
स्मॉग की वापसी ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए किए जा रहे प्रयास कितने टिकाऊ हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक मौसम अनुकूल नहीं होता और उत्सर्जन पर सख्ती से नियंत्रण नहीं किया जाता, तब तक दिल्ली की हवा में स्थायी सुधार की उम्मीद करना मुश्किल होगा।






