
पंजाब | पंजाब में नशे के खिलाफ चल रही मुहिम के बीच सुरक्षा एजेंसियों को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। अमृतसर जिले के सीमावर्ती इलाके में एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने संयुक्त ऑपरेशन के दौरान ड्रोन के जरिये पाकिस्तान से भेजी गई भारी मात्रा में हेरोइन बरामद की है। इस कार्रवाई ने एक बार फिर यह साफ कर दिया है कि सीमा पार बैठे तस्कर आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर पंजाब को नशे की गिरफ्त में लेने की कोशिश कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, यह कार्रवाई थाना लोपोके क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव दल्लेके के पास की गई। सुरक्षा एजेंसियों को सीमा से सटे इलाके में ड्रोन की संदिग्ध गतिविधियों को लेकर पुख्ता खुफिया इनपुट मिले थे। इन सूचनाओं को गंभीरता से लेते हुए एएनटीएफ और बीएसएफ की टीमों ने तत्काल संयुक्त सर्च ऑपरेशन शुरू किया।
तलाशी के दौरान खेतों के पास से संदिग्ध पैकेट बरामद हुए, जिन्हें खोलकर देखा गया तो उनमें करीब 12 किलो 50 ग्राम हेरोइन पाई गई। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि तस्कर पाकिस्तान से ड्रोन के माध्यम से नशीले पदार्थों की खेप भारतीय सीमा में भेजने की कोशिश कर रहे थे, ताकि बाद में इसे स्थानीय नेटवर्क के जरिये आगे सप्लाई किया जा सके।
बरामदगी के बाद मामले में संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है। जांच एजेंसियां अब तकनीकी साक्ष्यों, ड्रोन मूवमेंट के डेटा और मानव खुफिया नेटवर्क की मदद से पूरे तस्करी गिरोह की कड़ियों को जोड़ने में जुट गई हैं। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि यह खेप किसने मंगवाई, किन लोगों को इसकी डिलीवरी दी जानी थी और इसके पीछे कौन-कौन से अंतरराष्ट्रीय व स्थानीय नेटवर्क सक्रिय हैं।
सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि सीमा पार से हो रही नशा तस्करी पंजाब के युवाओं के भविष्य पर सीधा हमला है और इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पंजाब पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों ने दोहराया है कि नशा तस्करों के लिए राज्य में कोई जगह नहीं है और ऐसे तत्वों के खिलाफ आने वाले समय में और भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।







