
मथुरा | यमुना एक्सप्रेस-वे पर मथुरा जिले के अंतर्गत मंगलवार तड़के एक भयावह सड़क हादसा हो गया, जिसने पूरे इलाके को दहला दिया। घने कोहरे के कारण दृश्यता बेहद कम थी, इसी दौरान सात बसें और तीन कारें आपस में टकरा गईं। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कुछ ही पलों में वाहनों में आग लग गई और देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया।
हादसे के तुरंत बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। बसों और कारों में सवार यात्री जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे, लेकिन आग की तेजी और धुएं के कारण कई लोग बाहर नहीं निकल सके। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, इस भीषण अग्निकांड में अब तक छह लोगों की जिंदा जलकर मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 40 से अधिक यात्री घायल हो गए।
सूचना मिलते ही पुलिस, जिला प्रशासन और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंचीं। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। घायलों को तत्काल एंबुलेंस की मदद से जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। प्रशासन के अनुसार सभी घायलों की हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने हादसे की भयावहता का जिक्र करते हुए बताया कि पहले एक जोरदार टक्कर की आवाज सुनाई दी, इसके बाद कुछ ही सेकंड में आग फैल गई। एक यात्री ने बताया कि वह हादसे के समय गहरी नींद में था, अचानक तेज धमाके से उसकी आंख खुली और चारों ओर आग और धुआं फैल चुका था। यात्रियों की चीख-पुकार से माहौल बेहद भयावह हो गया था।
एसएसपी मथुरा श्लोक कुमार ने बताया कि हादसे में सात बसें और तीन कारें शामिल थीं, जिनमें आग लगने से जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। राहत और बचाव कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है। जिला प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और यात्रियों को हर संभव सहायता दी जा रही है।
हादसे का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। साथ ही घायलों के समुचित और बेहतर इलाज के निर्देश दिए गए हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि प्रशासन की ओर से पीड़ितों और उनके परिजनों को हर संभव मदद उपलब्ध कराई जा रही है।







