
देहरादून। नर्सिंग एकता मंच की अगुवाई में सोमवार को सैकड़ों बेरोजगार युवा मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच करने पहुंचे, जिसके बाद देहरादून में जोरदार हंगामा हो गया। वर्षवार भर्ती निकालने, आयु सीमा में छूट देने और लंबित नियुक्तियों को तेजी से पूरा करने जैसी प्रमुख मांगों को लेकर पिछले कई दिनों से धरना दे रहे इस संगठन ने सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए कूच का एलान किया था।
सुबह से ही बेरोजगार युवा हाथीबड़कला क्षेत्र में इकट्ठा होने लगे। कांग्रेस, उत्तराखंड क्रांति दल, बेरोजगार संघ और स्वाभिमान मोर्चा के प्रतिनिधि भी प्रदर्शनकारियों के समर्थन में पहुंचे। जैसे ही भीड़ ने मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़ना शुरू किया, पुलिस ने उन्हें हाथीबड़कला में बैरिकेड लगाकर रोक दिया। इसी दौरान माहौल अचानक तनावपूर्ण हो गया और प्रदर्शनकारियों तथा पुलिस के बीच धक्का-मुक्की शुरू हो गई।
करीब दो घंटे तक स्थिति बेहद तनावपूर्ण रही। कई बार दोनों पक्षों के बीच हाथापाई और झड़प की नौबत आ गई। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पुलिस ने बलपूर्वक उन्हें रोकने की कोशिश की और कूच में शामिल एक महिला के साथ एक महिला पुलिसकर्मी ने मारपीट की। इस कथित घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसके बाद मामला और भड़क गया है।
तनाव बढ़ता देख पुलिस ने अनेक प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर वैन के माध्यम से एकता विहार क्षेत्र में छोड़ दिया। हालांकि नर्सिंग एकता मंच के प्रदेश अध्यक्ष नवल पुंडीर ने कहा कि यह कूच शांतिपूर्ण होना था, लेकिन पुलिस की सख्ती के कारण स्थिति बिगड़ गई। उन्होंने साफ कहा कि जब तक वर्षवार भर्ती और आयु सीमा से संबंधित मांगों पर सरकार ठोस कार्रवाई नहीं करती, विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
संगठन ने महिला पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की है। वहीं पुलिस अधिकारियों का कहना है कि स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए आवश्यक कदम उठाए गए हैं, और वायरल वीडियो की जांच की जा रही है।
तेजी से राजनीतिक रंग ले रहे इस विरोध प्रदर्शन ने प्रदेश सरकार पर दबाव बढ़ा दिया है, जबकि नर्सिंग वर्ग की समस्याओं को लेकर आंदोलन और उग्र होने की आशंका भी जताई जा रही है।




