बंगाल की खाड़ी से एक नया चक्रवाती तूफान मोंथा बन चुका है. जब ये तूफान बंगाल की खाड़ी के पश्चिम मध्य में बना, तब ये कमजोर था लेकिन माना जा रहा है कि जैसे जैसे ये आगे बढ़ेगा, वैसे वैसे ताकतवर होता जाएगा. जब ये आंध्र प्रदेश तट को पार करेगा तो भीषण चक्रवाती तूफान के रूप ले चुका होगा. इस दौरान अधिकतम 90-100 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवाएं चल सकती हैं, जो 110 किलोमीटर प्रति घंटे तक भी पहुंच सकती हैं. भारतीय उपमहाद्वीप में जो भी तूफान बनते हैं, वो अमूमन बंगाल की खाड़ी में बनते हैं. ये ऐसा समुद्र है, जो दुनिया में सबसे ज्यादा तूफान पैदा करने वाले समंदर में गिना जाता है.
चक्रवाती तूफान का लैंडफॉल शुरू हो चुका है. इसके प्रभाव से आंध्र प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश और तेज हवाएं चल रही हैं. कोनासीमा जिले के मकानगुडेम गांव में तेज आंधी के कारण एक पेड़ उखड़कर एक महिला पर गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई. नेल्लोर जिले में भी पिछले 36 घंटों से लगातार बारिश हो रही है. मौसम विभाग के अनुसार अगले 12 घंटों तक भारी बारिश जारी रहने का अनुमान है. चक्रवात की वजह से समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठने लगी हैं.
झारखंड में भारी बारिश
प्रचंड चक्रवाती तूफान मोंथा की वजह से झारखंड के कई जिलों में भारी बारिश का दौर जारी है. राजधानी रांची में दोपहर बाद तेज बारिश हुई. मौसम विभाग के अनुसार 30 अक्टूबर तक झारखंड के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना है.
ओडिशा में भारी बारिश से भूस्खलन, जनजीवन प्रभावित
ओडिशा के तटीय और दक्षिणी जिलों में भीषण चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ की वजह से मंगलवार को भारी बारिश होने से भूस्खलन हुआ, घरों को नुकसान पहुंचा और कई जगह पेड़ भी उखड़ गए. ओडिशा के 15 जिलों में जनजीवन प्रभावित है. गजपति जिले में भूस्खलन की घटना हुई है. रायगढ़ जिले के गुनुपुर, गुदारी और रामनागुड़ा इलाकों में भी पेड़ उखड़ गए.
ओडिशा में 153 बचाव टीमें तैनात
ओडिशा में चक्रवात के भयंकर रूप की वजह से 2,000 से ज्यादा चक्रवात आश्रय स्थल स्थापित किए गए हैं. एनडीआरएफ, ओडीआरएएफ और अग्निशमन सेवा के कर्मियों वाली 153 बचाव टीमें (6,000 से ज्यादा कर्मी) आठ दक्षिणी जिलों में संवेदनशील स्थानों पर तैनात किए गए है.
स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र 30 अक्टूबर तक बंद
भयंकर चक्रवाती तूफान को देखते हुए ओडिशा के 9 जिलामें स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों को 30 अक्टूबर तक बंद कर दिया गया है. सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां भी 30 अक्टूबर तक रद्द कर दी गई हैं. तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश में भी स्कूलों को बंद करने के आदेश दे दिए गए हैं.
ट्रेनें और उड़ानें रद्द
भीषण चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ के कारण मंगलवार को विशाखापत्तनम हवाई अड्डे से संचालित होने वाली कुल 32 उड़ानें रद्द कर दी गईं. दक्षिण मध्य रेलवे (एससीआर) जोन में 27 अक्टूबर और मंगलवार को कुल 120 ट्रेनें रद्द कर दी गईं थीं. पूर्वी तट रेलवे के अनुसार 61 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया, दो के मार्ग बदल दिए गए और पांच ट्रेनों को बीच में ही समाप्त/समय से पहले ही शुरू कर दिया गया जबकि आठ अन्य ट्रेनों के समय में परिवर्तन किया गया है.




