
अल्मोड़ा। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) की स्नातक स्तरीय परीक्षा का पेपर सेंटर से बाहर आने की खबर ने राज्य भर के युवाओं को आक्रोशित कर दिया है। अल्मोड़ा में इस मामले के विरोध में सैकड़ों बेरोजगार युवाओं ने सड़कों पर उतरकर जोरदार प्रदर्शन किया और सरकार को चेताया कि यदि आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई नहीं की गई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
🚶♂️ जुलूस और प्रदर्शन का घटनाक्रम
- बुधवार को यूकेएसएसएससी की तैयारी कर रहे युवा चौघानपाटा स्थित गांधी पार्क में एकत्रित हुए।
- यहां से उन्होंने विनय किरौला के नेतृत्व में जुलूस निकाला, जो माल रोड, चौक बाजार और लाला बाजार से होते हुए पुनः गांधी पार्क पहुंचा।
- प्रदर्शन के दौरान बेरोजगारों ने सरकार और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की और न्याय तथा कड़ी कार्रवाई की मांग की।
📢 नेताओं और युवाओं की प्रतिक्रिया
जुलूस और सभा के दौरान युवाओं ने कहा:
- विनय किरौला ने बताया कि उत्तराखंड राज्य गठन के बाद युवाओं की उम्मीदें सरकारी नौकरियों पर टिकी हुई थीं, लेकिन पेपर लीक होने से उनके सपने धरे के धरे रह गए।
- अजय जोशी, विनोद तिवारी, भूपेंद्र कोरंगा, ज्योति भट्ट और दीपा जोशी ने मिलकर अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
- प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है और इसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
🚦 प्रदर्शन का स्थानीय प्रभाव
- जुलूस के कारण शहर के प्रमुख मार्गों पर यातायात प्रभावित रहा।
- चौघानपाटा में कुछ समय के लिए एंबुलेंस फंसी, हालांकि युवाओं ने उसे निकलने दिया।
- स्थानीय लोगों ने भी इस प्रदर्शन को देखा और युवाओं की नाराजगी के प्रति सहानुभूति जताई।
⚖️ सामाजिक और प्रशासनिक संदेश
- इस प्रदर्शन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यूकेएसएसएससी पेपर लीक का मामला केवल परीक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि राज्य भर के बेरोजगार युवाओं के धैर्य और भरोसे पर भी सवाल खड़ा कर रहा है।
- सरकार और संबंधित अधिकारियों के लिए यह चेतावनी है कि यदि दोषियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं की गई, तो युवा आंदोलन और तेज़ हो सकता है।