
देहरादून जनपद में 15 और 16 सितंबर की दरम्यानी रात हुई भीषण बारिश ने जिले की सूरत बदल दी। कुछ घंटों की इस बारिश ने न सिर्फ जनजीवन अस्त-व्यस्त किया, बल्कि विभागों को 211 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान भी झेलना पड़ा। प्रशासन का मानना है कि यह आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है क्योंकि नुकसान का आकलन लगातार जारी है।
सबसे ज्यादा नुकसान सड़क और सिंचाई ढांचे को
बारिश से ग्रामीण सड़कों, नहरों और पुलों को भारी नुकसान हुआ। लोनिवि, सिंचाई विभाग और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना को सर्वाधिक क्षति पहुंची है। मालदेवता, सहस्रधारा, गुच्चूपानी और टपकेश्वर मंदिर क्षेत्र में तबाही का आलम सबसे अधिक रहा।
- टोंस नदी पर बना लोनिवि का एक बड़ा पुल और फनवैली के पास एनएचएआई का पुल बह गया।
- करीब 13 पुल पूरी तरह टूट गए और 20 से अधिक छोटी पुलियाएं क्षतिग्रस्त हुईं।
- सौंग नदी में मालदेवता मुख्य मार्ग के लगभग 150 मीटर हिस्से के बह जाने से यातायात प्रभावित हुआ।
- मालदेवता क्षेत्र में करीब सौ साल पुरानी नहर टूटकर बर्बाद हो गई।
जनहानि और आपदा का प्रभाव
बारिश से आई आपदा में अब तक 31 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 10 लोग लापता बताए जा रहे हैं। प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में क्विक एक्शन टीम (QRT) तैनात की है ताकि प्रभावितों को राहत और मुआवजा तुरंत उपलब्ध कराया जा सके।
डीएम के निर्देश
जिलाधिकारी सविन बंसल ने विभागों के साथ बैठक कर निर्देश दिए कि—
- राहत और पुनर्निर्माण कार्य में बजट का इंतजार न किया जाए।
- तत्काल स्तर पर व्यवस्थाएं बनाई जाएं और शासन को प्रस्ताव भेजे जाएं।
- पशु हानि, भवन क्षति, कृषि और उद्यान नुकसान का आकलन कर मौके पर ही मुआवजा दिया जाए।
मार्गों की मौजूदा स्थिति
- नंदा की चौकी पुल टूटने के बाद लोक निर्माण विभाग वैकल्पिक पुल बनाने में जुटा है।
- पांवटा राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही बहाल करने की कोशिश जारी है।
- वर्तमान में लोनिवि की 7 सड़कें और पीएमजीएसवाई की 8 सड़कें अभी भी बाधित हैं, जिन्हें खोलने का काम युद्धस्तर पर चल रहा है।
- जिला प्रशासन ने वैकल्पिक मार्गों से यातायात की व्यवस्था की है।
विभागवार नुकसान का ब्योरा
- एनएचएआई – ₹13.46 करोड़
- पेयजल निगम – ₹18.23 करोड़
- जल संस्थान – ₹13.31 करोड़
- सिंचाई विभाग – ₹64.50 करोड़
- विद्युत विभाग – ₹10.63 करोड़
- शिक्षा विभाग – ₹4.18 करोड़
- ग्रामीण विकास विभाग – ₹4.15 करोड़
- लोनिवि – ₹46 करोड़
- पीएमजीएसवाई – ₹26.38 करोड़
- स्वास्थ्य विभाग – ₹0.35 करोड़
- कृषि विभाग – ₹0.54 करोड़
- सभी ब्लॉक – ₹9.23 करोड़
➡️ कुल मिलाकर, एक ही रात में हुई बारिश ने देहरादून जिले को 211 करोड़ रुपये से ज्यादा का सीधा नुकसान पहुंचाया है। यह आपदा न केवल प्राकृतिक आपदाओं की भयावहता को दिखाती है, बल्कि यह भी उजागर करती है कि बुनियादी ढांचे की मजबूती और आपदा प्रबंधन में अभी भी कई खामियां हैं।