
बहादुरगढ़ | जिले के बहादुरगढ़ क्षेत्र से एक बड़ा धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। यहां दिल्ली-रोहतक रोड पर स्थित गांव जाखौदा में एक प्लॉट के फर्जी कागजात तैयार कर एक युवक से 48 लाख 50 हजार रुपये हड़प लिए गए। जब पीड़ित ने अपने पैसे वापस मांगने का प्रयास किया तो आरोपितों ने उसे रेप के झूठे केस में फंसाने और जान से मारने की धमकी तक दे डाली।
पीड़ित युवक अंकित, निवासी जाखौदा, ने मामले की लिखित शिकायत बहादुरगढ़ डीसीपी को सौंपी। पुलिस ने प्राथमिक जांच के बाद आसौदा थाना में दो आरोपितों – अशोक सिंह (निवासी दिल्ली) और उसके सहयोगी मनोज – के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सौदे का पूरा घटनाक्रम
अंकित ने बताया कि वर्ष 2025 में उसकी मुलाकात मनोज नामक व्यक्ति से हुई। मनोज ने खुद को बिचौलिया बताते हुए उसे गांव जाखौदा में 250 वर्ग गज का प्लॉट बिकने की बात कही और कथित मालिक अशोक सिंह से मुलवाया।
अशोक सिंह ने खुद को प्लॉट का असली मालिक बताते हुए अपने नाम दर्ज रजिस्ट्री और इंतकाल के कागजात दिखाए। दस्तावेज देखकर अंकित को भरोसा हो गया और उसने टोकन मनी के रूप में 1 लाख रुपये नकद अशोक सिंह को दे दिए।
इसके बाद 26 मई 2025 को सौदे को आगे बढ़ाते हुए अंकित ने 10 लाख रुपये आरटीजीएस और 5 लाख रुपये नकद दिए। इस दौरान अशोक ने यह भरोसा भी दिलाया कि परिवार के किसी भी सदस्य को इस सौदे से कोई आपत्ति नहीं है।
धीरे-धीरे अंकित और उसके परिजनों ने किस्तों में कुल 48 लाख 50 हजार रुपये अशोक सिंह को अदा कर दिए। इसके बदले अशोक ने उसे प्लॉट का कब्जा भी सौंप दिया, जिसके बाद अंकित ने भराव और अन्य काम शुरू कर दिए।
फर्जीवाड़े का खुलासा
अंकित का आरोप है कि पूरी रकम देने के बाद भी अशोक सिंह बार-बार रजिस्ट्री कराने में टालमटोल करता रहा। कभी स्पेशल पावर ऑफ अटॉर्नी के नाम पर तो कभी फुल पेमेंट एग्रीमेंट के नाम पर आश्वासन देता रहा।
काफी समय बाद अंकित को जानकारी मिली कि जिस प्लॉट का सौदा हुआ था, उसके कागजात पूरी तरह फर्जी हैं और अशोक सिंह उस जमीन का मालिक ही नहीं है। जब अंकित ने इस बारे में कागजात मांगकर सत्यापन करना चाहा तो अशोक और मनोज ने गाली-गलौज करते हुए गंभीर धमकियां दे डालीं।
धमकियां और विवाद
पीड़ित के अनुसार, 30 जुलाई 2025 को जब वह अशोक सिंह के घर गया तो वहां उसके साथ मारपीट की गई और उसे रेप के झूठे केस में फंसाने की धमकी दी गई। इतना ही नहीं, उसे जान से मारने की भी चेतावनी दी गई ताकि वह अपने पैसे की मांग करना छोड़ दे।
पुलिस कार्रवाई
पीड़ित अंकित ने पुलिस से आरोपितों पर धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज बनाने, धमकी देने और जबरन वसूली की धाराओं में सख्त कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस ने मामले को गंभीर मानते हुए एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि आरोपों की पुष्टि के लिए दस्तावेजों की फोरेंसिक जांच कराई जाएगी और संबंधित जमीन का रिकॉर्ड खंगाला जाएगा।
क्षेत्र में बढ़ी चिंता
इस घटना के सामने आने के बाद इलाके में चर्चा है कि रियल एस्टेट के नाम पर किस तरह लोगों से करोड़ों की ठगी हो रही है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि प्लॉट खरीद-फरोख्त में धोखाधड़ी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, और ऐसे मामलों में प्रशासन को और सतर्क रहने की जरूरत है।







