
देहरादून। शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने और उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित करने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार हर साल शैलेश मटियानी राज्य शिक्षक पुरस्कार देती है। इस वर्ष (2024) के लिए चयनित शिक्षकों की सूची जारी कर दी गई है। प्रदेश के विभिन्न जिलों से कुल 13 शिक्षक चुने गए हैं, जिन्हें आगामी 5 सितंबर (शिक्षक दिवस) पर सम्मानित किया जाएगा।
पुरस्कार का महत्व
प्रसिद्ध साहित्यकार शैलेश मटियानी के नाम पर दिए जाने वाले इस पुरस्कार का उद्देश्य शिक्षा जगत में नवाचार, अनुकरणीय योगदान और समर्पण को बढ़ावा देना है। यह सम्मान उन शिक्षकों को दिया जाता है जिन्होंने न केवल अध्यापन में उत्कृष्टता दिखाई है बल्कि विद्यार्थियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में भी उल्लेखनीय भूमिका निभाई है।
चयनित शिक्षकों की सूची
प्राथमिक शिक्षा से
- डॉ. चंदन प्रसाद गोड़ – रा.प्रा.वि. शालवन, चम्पावत
- रश्मि राणा – रा.प्रा.वि. स्याली, बमोरी, टिहरी गढ़वाल
- रमेश लाल राणा – रा.प्रा.वि. काफली, उत्तरकाशी
- डॉ. वीरेन्द्र सिंह – रा.प्रा.वि. इन्द्रेशपुरम, हरिद्वार
- कल्पना भण्डारी – रा.प्रा.वि. घंडियाल, टिहरी गढ़वाल
- तिली बडोला – रा.प्रा.वि. नौगांव पंजरो, चम्पावत
- सुमन गुसाईं – रा.प्रा.वि. पनियाली, पौड़ी गढ़वाल
- देवदान सिंह खंडवाल – रा.प्रा.वि. चौफुला, सेरा गांव, रुद्रप्रयाग
- डॉ. निसार खान – रा.प्रा.वि. गाजी, अल्मोड़ा
माध्यमिक शिक्षा से
- पुष्कर सिंह मनेरी – पं. का. सु. विद्यालय, चंडीगढ़ गढ़वाल
- गीता बिष्ट जोशी – रा.इ.का. जखोल, उत्तरकाशी
- डॉ. नूतन भट्ट – रा.इ.का. देहरादून
- प्रकाश चन्द्र उपाध्याय – रा.इ.का. बाफना, चम्पावत
- दीपक चन्द्र मिंट – रा.इ.का. तारखेत, अल्मोड़ा
प्रशिक्षण संस्थान
- राजेश कुमार पांडेय – जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, टिहरी गढ़वाल
संस्कृत शिक्षा
- डॉ. बलविंद्र प्रसाद चमोली – त्रिवेणीकुल विद्यापीठ ब्रह्मचर्याश्रम संस्थान उत्तर माध्यमिक विद्यालय, हरिद्वार
आयोजन और सम्मान
सम्मान समारोह 5 सितंबर को राजधानी देहरादून में आयोजित किया जाएगा। शिक्षा विभाग की ओर से बताया गया कि चयनित शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र, शॉल और नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा।
संदेश और उद्देश्य
यह पुरस्कार न केवल शिक्षकों की उपलब्धियों को मान्यता देता है, बल्कि अन्य शिक्षकों के लिए प्रेरणा भी है। शिक्षा विभाग का मानना है कि इस तरह के सम्मान से शिक्षकों में नए प्रयोग करने और विद्यार्थियों के हित में और बेहतर काम करने की ऊर्जा मिलती है।




