देहरादून: गुरु नानक कॉलेज में “विद्या शक्ति 2025” कार्यक्रम का पांचवां और अंतिम दिन उत्साह, ऊर्जा और ज्ञान से परिपूर्ण रहा। इस दिन छात्रों ने न केवल अनेक विषयों पर महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त कीं, बल्कि कार्यक्रम को यादगार भी बना दिया। कार्यक्रम की शुरुआत बड़े ही जोर-शोर से हुई, जहाँ आईक्यूएसी प्रमुख श्री अंकुर जैसवाल ने छात्रों को स्वयम् पोर्टल के बारे में जानकारी दी। उन्होंने प्रैक्टिकल लर्निंग से जुड़े कोर्सेज़ और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से संबंधित पाठ्यक्रमों की जानकारी साझा की, साथ ही छात्रों को पोर्टल पर पंजीकरण की प्रक्रिया भी समझाई।
कार्यक्रम के पहले सत्र में चार्टर्ड अकाउंटेंट श्री हर्षित गुप्ता ने छात्रों को वित्तीय योजना (फाइनेंशियल प्लानिंग) से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी और उन्हें जागरूक करने के लिए व्याख्यान प्रस्तुत किया, जिसे छात्रों ने खूब सराहा। इसके बाद बीबीए छात्रों को Stockbox Technologies Pvt. Ltd. में इंडस्ट्रियल विजिट के लिए ले जाया गया, जहाँ उन्होंने SEBI-पंजीकृत स्टॉक मार्केट रिसर्च और एनालिसिस से जुड़ी जानकारियाँ प्राप्त कीं।
दूसरे सत्र में Latika संस्था के थैरेपी सर्विसेज़ निदेशक श्री संदीप खन्ना ने छात्रों को फिजियोथेरेपी प्रोफेशन और इसमें उपलब्ध भविष्य की संभावनाओं पर व्याख्यान दिया। फार्मेसी विभाग के सभी छात्रों को Neutrawell Healthcare, सेलाकुई, इंडस्ट्री विजिट के लिए ले जाया गया, जहाँ उन्होंने न्यूट्रास्युटिकल इंडस्ट्री के नवोन्मेषी और कुशल पेशेवरों से व्यावहारिक जानकारी हासिल की। Neutrawell इस क्षेत्र की सबसे तेजी से बढ़ती हुई कंपनियों में से एक है।
इंडक्शन कार्यक्रम के अंतिम सत्र में Tupperware India Ltd., देहरादून के टेक्निकल विभाग के प्रमुख श्री दीपंकर रे ने छात्रों से संवाद किया और उन्हें ऑपरेशन्स, क्वालिटी, मेंटेनेंस, इंजीनियरिंग, इनोवेशन और प्रोजेक्ट्स तथा कस्टमर रिलेशनशिप्स पर हैंड्स-ऑन अनुभव के माध्यम से महत्वपूर्ण जानकारियाँ दीं।
कॉलेज के सीईओ श्री भूपिंदर सिंह ने कार्यक्रम की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि “विद्या शक्ति 2025” जैसे आयोजनों से छात्रों को न केवल अकादमिक बल्कि व्यावसायिक और सामाजिक दृष्टिकोण से भी तैयार किया जाता है। यह पहल उन्हें भविष्य की चुनौतियों के लिए सक्षम बनाती है।
सीओओ श्रीमती विनीत अरोड़ा ने कहा कि “छात्रों के समग्र विकास के लिए ऐसे इंडक्शन प्रोग्राम अत्यंत आवश्यक हैं। इससे उन्हें अपने कोर्स और करियर की दिशा बेहतर समझने में सहायता मिलती है।”
सीएसओ श्री सैथजीत सिंह ने इस आयोजन को कॉलेज की दूरदर्शिता का प्रतीक बताते हुए कहा कि “हमारा उद्देश्य छात्रों को केवल डिग्री तक सीमित नहीं रखना, बल्कि उन्हें इंडस्ट्री-रेडी बनाना है। विद्या शक्ति इस दिशा में एक प्रभावी प्रयास रहा।”
रजिस्ट्रार डॉ. ललित कुमार ने कहा कि “इंडस्ट्री विजिट्स, गेस्ट लेक्चर्स और प्रैक्टिकल लर्निंग छात्रों को वास्तविक दुनिया से जोड़ते हैं और उन्हें अधिक सक्षम बनाते हैं।”
निदेशक डॉ. एस. दुरैवेल ने इस कार्यक्रम की संरचना और विषय-वस्तु की सराहना करते हुए कहा कि “विद्या शक्ति 2025” ने छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों में exposure देकर उनके आत्मविश्वास को बढ़ाया है।”
वाइस प्रेसिडेंट श्री सुनील कुमार मलिक ने कहा कि “छात्रों को सही दिशा और मार्गदर्शन देना किसी भी शैक्षणिक संस्थान की प्राथमिक जिम्मेदारी होती है, और इस कार्यक्रम ने उस जिम्मेदारी को बखूबी निभाया है।”
“विद्या शक्ति 2025” कार्यक्रम न केवल एक शिक्षण अनुभव था, बल्कि यह छात्रों के लिए ज्ञान, नवाचार और करियर विकास की दिशा में एक सशक्त कदम सिद्ध हुआ।







