
ऊधमसिंह नगर जिले के बाजपुर तहसील में तैनात पटवारी दौलत सिंह (32 वर्ष) का शव उनके घर के कमरे में संदिग्ध परिस्थितियों में बरामद हुआ। शव बेड पर पड़ा मिला और पास ही एक कटी हुई चुन्नी भी पाई गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
पारिवारिक कलह से जुड़ा विवाद
दौलत सिंह मूल रूप से जसपुर के ग्राम तालमपुर निवासी थे और वर्तमान में बाजपुर के प्रकाश सिटी कॉलोनी में अपनी पत्नी, तीन वर्षीय बेटी और सास के साथ रहते थे। पत्नी गदरपुर में सहायक समाज कल्याण अधिकारी के पद पर तैनात है। परिजनों के अनुसार पति-पत्नी के बीच अक्सर अनबन रहती थी और इसी वजह से दौलत सिंह ने अपने माता-पिता से अलग रहना शुरू कर दिया था।
मृतक के छोटे भाई पाकेश कुमार ने आरोप लगाया कि मंगलवार रात को भाई और भाभी के बीच कहासुनी हुई थी। बुधवार सुबह जब परिजन पहुंचे तो दौलत सिंह का शव बेड पर पड़ा मिला और पास में चुन्नी कटी हुई थी। उनका कहना है कि भाई की हत्या की गई है। जबकि पत्नी और सास का दावा है कि दौलत सिंह ने फांसी लगाकर आत्महत्या की और उन्होंने शव को उतारा।
पुलिस की जांच
आईटीआई थाना प्रभारी प्रकाश बिष्ट ने बताया कि मौके पर पहुंचने पर शव बेड पर पड़ा मिला, पास ही चुन्नी पड़ी थी और कमरे का दरवाजा टूटा हुआ था। मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। पुलिस ने मृतक के दो मोबाइल फोन कब्जे में ले लिए हैं। सीओ दीपक सिंह ने बताया कि शव का डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया है। रिपोर्ट और परिजनों की तहरीर मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
तहसील में शोक की लहर
तहसीलदार पंकज चंदोला ने बताया कि दौलत सिंह करीब सात-आठ साल से काशीपुर तहसील में तैनात थे और दो महीने पहले ही उनका स्थानांतरण बाजपुर में हुआ था। उनके आकस्मिक निधन से तहसील परिसर में शोक की लहर दौड़ गई। कार्य बंद कर शोकसभा आयोजित की गई और अवकाश घोषित किया गया।
यह मामला फिलहाल हत्या और आत्महत्या की दोहरी आशंका के बीच उलझा हुआ है। पुलिस जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत की असली वजह स्पष्ट हो पाएगी।




