
देवाल (चमोली) | चमोली जिले के ल्वाणी गांव में भू-धंसाव का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। विकासखंड से लोहाजंग वाण को जोड़ने वाली सड़क के धंसने और बारिश के लगातार प्रभाव से गांव के 50 मकानों में दरारें गहरी हो रही हैं, जिससे ग्रामीणों में सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता व्याप्त है। श्री नंदा राजजात देवाल की यह सड़क भू-धंसाव के कारण लगभग 80 मीटर तक धंस गई है। सड़क बंद होने से क्षेत्र के आठ ग्राम पंचायतों में राशन, सब्जी और अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति प्रभावित हुई है।
स्थानीय अधिकारियों ने किया निरीक्षण
बृहस्पतिवार को विधायक भूपाल राम टम्टा, एसडीएम पंकज भट्ट, ब्लॉक प्रमुख तेजपाल रावत और लोनिवि के अधिकारी ल्वाणी गांव पहुंचे और सड़क एवं प्रभावित घरों का निरीक्षण किया। विधायक ने लोनिवि अधिकारियों से कहा कि सड़क के ऊपर और नीचे सुरक्षा दीवार बनाकर इसे जल्द खोला जाए।
ग्रामीणों ने भी प्रशासन से मांग की कि भू-धंसाव क्षेत्र में दीवार बनाने के बाद ही सड़क को खोला जाए, ताकि पुनः किसी आपदा का जोखिम कम किया जा सके।
भू-वैज्ञानिकों ने किया सर्वे
भू-वैज्ञानिकों की टीम बृहस्पतिवार शाम को गांव पहुंची और सर्वेक्षण शुरू किया। एसडीएम पंकज भट्ट ने बताया कि जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। यदि क्षेत्र का स्थिरीकरण (ट्रीटमेंट) संभव नहीं हुआ, तो विस्थापन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
ग्रामीणों ने बताया कि यह संकट नया नहीं है। पिछले दशक से ल्वाणी गांव भूस्खलन की चपेट में है। 2024 में भी इसी स्थान पर सड़क धंसी थी, लेकिन सुरक्षा उपाय नहीं किए गए। जिला पंचायत सदस्य उर्मिला बिष्ट ने कहा कि पूरा गांव धीरे-धीरे धंस रहा है और कई घर अब रहने योग्य नहीं बचे हैं।
मकानों और मंदिरों को नुकसान
ग्रामीणों के अनुसार, लगभग सभी घर भू-धंसाव की चपेट में हैं। घरों के आंगन और आसपास की जमीन में दरारें दिखाई दे रही हैं।
साथ ही, लगातार बारिश और पिंडर नदी का पानी सरस्वती शिशु मंदिर और बेतालेश्वर मंदिर के मैदान में घुस गया। गाद के कारण विद्यालय में पढ़ाई प्रभावित हुई और दो दिन तक छुट्टी कर दी गई। ग्रामीण अब आरसीसी दीवार के निर्माण की मांग कर रहे हैं, ताकि भविष्य में नदी के पानी और गाद से सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
पूर्व व्यापार संघ अध्यक्ष प्रेम बुटोला ने कहा कि यदि समय पर पिंडर नदी की गाद को हटाया गया होता, तो नदी का तल ऊंचा नहीं होता और इस क्षेत्र में पानी का भराव नहीं होता।
गांववासियों में सुरक्षा की चिंता
ग्रामीण अब दहशत में हैं। उन्होंने प्रशासन और अधिकारियों से आग्रह किया है कि सुरक्षा दीवार निर्माण, सड़क की मरम्मत और घरों के निरीक्षण के लिए तुरंत कदम उठाए जाएं। विधायक भूपाल राम टम्टा ने भी सभी प्रभावित घरों की जांच के निर्देश दिए हैं। ल्वाणी गांव की यह स्थिति न केवल निवासियों के जीवन को खतरे में डाल रही है, बल्कि क्षेत्र के सड़क संपर्क, आपूर्ति श्रृंखला और शिक्षा पर भी गंभीर असर डाल रही है।