
नई दिल्ली | लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को एक बार फिर केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर चुनावी धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि “समय बदलेगा और इस घोटाले में शामिल हर व्यक्ति को सज़ा ज़रूर मिलेगी।” उन्होंने दावा किया कि यह सिर्फ एक चुनावी अनियमितता नहीं बल्कि संविधान और लोकतंत्र के साथ किया गया बड़ा विश्वासघात है। राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा — “वोट चोरी सिर्फ़ एक चुनावी घोटाला नहीं है, यह लोकतंत्र और संविधान के साथ किया गया एक बड़ा अपराध है। देश के दोषियों को सुन लेना चाहिए — समय बदलेगा, सज़ा ज़रूर मिलेगी।”
कांग्रेस का सीधा हमला: भाजपा और चुनाव आयोग पर मिलीभगत का आरोप
कांग्रेस पार्टी ने हाल के दिनों में केंद्र की मोदी सरकार के साथ-साथ निर्वाचन आयोग को भी निशाने पर लिया है। पार्टी का आरोप है कि मतदाता सूची में हेरफेर कर भाजपा की जीत सुनिश्चित करने का संगठित मॉडल तैयार किया गया। राहुल गांधी ने विशेष रूप से कर्नाटक के बेंगलुरु मध्य लोकसभा क्षेत्र के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र का हवाला देते हुए कहा कि यहां भाजपा की जीत पक्की करने के लिए 1,00,250 नकली वोट जोड़े गए।
दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में राहुल ने कहा —
“नरेंद्र मोदी सिर्फ 25 सीटों के अंतर से प्रधानमंत्री बने। चुनाव आयोग भाजपा को भारत की चुनावी व्यवस्था नष्ट करने में मदद कर रहा है। महादेवपुरा में जो हुआ, अगर हम देश की अन्य सीटों की भी जांच करें तो लोकतंत्र की सच्चाई सामने आ जाएगी।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि चुनाव आयोग चुनावी प्रक्रिया के CCTV और वेबकास्टिंग फुटेज को महज़ 45 दिनों तक ही सुरक्षित रखने का निर्देश देकर सबूत नष्ट कर रहा है।
चुनाव आयोग की चुनौती: सबूत के साथ शपथपत्र दें
कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने राहुल गांधी के आरोपों का संज्ञान लेते हुए उनसे शपथपत्र के साथ ठोस सबूत देने को कहा है। यही निर्देश 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में “मतदाता धोखाधड़ी” के आरोपों पर भी दोहराया गया है।
शशि थरूर का समर्थन: ‘गंभीर सवाल हैं, आयोग को कार्रवाई करनी होगी’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर, जो हाल के वर्षों में कई बार पार्टी से असहमति जताते रहे हैं, ने इस बार राहुल गांधी के रुख का खुलकर समर्थन किया। उन्होंने कहा —
“ये गंभीर प्रश्न हैं जिनका सभी दलों और मतदाताओं के हित में समाधान किया जाना चाहिए। हमारा लोकतंत्र इतना मूल्यवान है कि इसे अक्षमता, लापरवाही या जानबूझकर छेड़छाड़ से नष्ट नहीं होने दिया जा सकता। चुनाव आयोग को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए और देश को स्थिति से अवगत कराना चाहिए।”
भाजपा का पलटवार: ‘कांग्रेस ने कानूनी आपत्ति क्यों नहीं दर्ज कराई?’
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने राहुल गांधी के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोग के सामने कोई औपचारिक आपत्ति दर्ज नहीं कराई, न ही चुनाव याचिका दायर की। उन्होंने कहा —
“उन्हें गंभीरता से लेने की कोई जरूरत नहीं है। कांग्रेस चुनाव परिणाम के आधार पर चुनिंदा रूप से आयोग को दोषी ठहरा रही है।”
मैदान में उतरी कांग्रेस: ‘वोट अधिकार रैली’
आरोपों के बीच, कांग्रेस ने कर्नाटक में बेंगलुरु के फ्रीडम पार्क में ‘हमारा वोट, हमारा अधिकार, हमारा संघर्ष’ शीर्षक से बड़ी रैली आयोजित की है। इस रैली का उद्देश्य कथित “वोट चोरी” के खिलाफ जनसमर्थन जुटाना है।
इस रैली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, मुख्यमंत्री सिद्दरमैया, उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार, एआईसीसी महासचिव के. सी. वेणुगोपाल, रणदीप सिंह सुरजेवाला समेत बड़ी संख्या में पार्टी नेता और कार्यकर्ता शामिल होंगे।