देहरादून ( उत्तराखंड) : उत्तरकाशी में अलग-अलग स्थानों पर तीन जगह बादल फटने से भयंकर बाढ़ आ गई। बाढ़ ने इस इलाके में भारी तबाही मचाई। यहां कई होटल और घर मलबे में दब गए और कई लोग लापता हैं। बचाव व राहत कार्य जोर-शोर से शुरू कर दिया है।
अभी तक मिले समाचारों केअनुसार उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में धराली गांव में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। ऊंचाई वाले इलाके में बादल फटा, जिससे खीरगंगा नदी में सैलाब आ गया। पहाड़ से तेजी के साथ नीचे उतरा पानी अपने साथ होटल, घर और होम स्टे को बहा ले गया। धराली का मुख्य बाजार पूरी तरह तबाह हो गया है। प्रसिद्ध कल्प मंदिर भी मलबे में बह गया है। चार लोगों की मौत हुई है और 80 के लगभग लोग लापता बताए जा रहे हैं। इसके कुछ देर बाद सुखी टॉप पर भी बादल फटने की घटना सामने आई, लेकिन उसमें किसी तरह के नुकसान की अभी जानकारी नहीं है। तीसरी बादल फटने की हर्षिल में सेना के कैम्प के पास हुई।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शार्दुल गुसाईं ने बताया की राहत बचाव में लगी टीमों ने धराली गांव से 80 लोगों को सुरक्षित कोपांग आईटीबीपी कैंप और 50 को गंगोत्री पहुंचाया है। साथ ही घटना में चार लोगों की मौत, 30 लापता हैं। वहीं 30 होटलों और दुकानों को नुकसान हुआ है।
उत्तरकाशी जिले में राहत एवं बचाव कार्यों के लिए भारतीय वायु सेना के चिनूक एमआई-17 वी5, चीता और एएलएच हेलीकॉप्टर चंडीगढ़ एयरबेस पर सक्रिय रूप से तैयार हैं। हेलीकॉप्टर आवश्यक उपकरणों और सामग्रियों के साथ तैयार हैं ।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राहत व बचाव दल की टीम से फोन पर विस्तृत जानकारी ली। इसके साथ ही आवश्यक निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के लिए एक-एक व्यक्ति की जान क़ीमती है।
मौसम विभाग के अनुसार अभी 11 अगस्त तक बरसात के आते रहने का अनुमान है। लोगों को भी आगाह किया जाता है कि वह नदी-नालों के समीप न जाए और न ही बिना कारण घर से बाहर निकलें।
समाचार लिखे जाने तक भी बरसात जारी है ।