
देहरादून | देहरादून में छांगुर गिरोह द्वारा फैलाए गए बड़े धर्मांतरण जाल की परतें एक के बाद एक खुलती जा रही हैं। ताजा खुलासे में पता चला है कि इस गिरोह ने डिजिटल माध्यम, अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क और प्रलोभनों के जरिए कई युवतियों को अपने जाल में फंसाया। देहरादून के प्रेमनगर थाने में इस मामले में एक और नया मुकदमा दर्ज किया गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस साजिश की डोरें पाकिस्तान, दुबई और दिल्ली से जुड़ी हैं।
एसएसपी अजय सिंह के अनुसार, छांगुर गिरोह ने पहले रानीपोखरी की एक युवती को इस्लाम में परिवर्तित करने की कोशिश की थी। अब जांच में प्रेमनगर की एक अन्य छात्रा “सुमैया” का नाम सामने आया है, जो मूलतः बरेली की रहने वाली है और देहरादून में रहकर पढ़ाई कर रही थी। गिरोह ने पहले उसका नाम बदला, फिर पाकिस्तान के मौलवियों से उसे इस्लाम की ऑनलाइन शिक्षा दिलवाई और अब उसे दुबई भेजने की साजिश रची जा रही थी।
पाकिस्तानी मौलवियों से जुड़ा ऑनलाइन नेटवर्क
सुमैया ने खुलासा किया कि उसे ज़ूम मीटिंग्स और मोबाइल एप्स के जरिए इस्लाम की शिक्षा दी गई। इस दौरान उसकी बातचीत पाकिस्तान के मौलवी तनवीर अहमद से हुई, जिसने उसे मुफ्त में “धार्मिक प्रशिक्षण” देना शुरू किया। लेकिन सुमैया मुफ्त शिक्षा नहीं लेना चाहती थी, इसलिए पैसे भेजने की बात सामने आई। सुमैया को देहरादून के ही कांवली निवासी सुलेमान से जोड़ा गया, जो वर्तमान में दुबई में रहता है। उसने सुमैया के खाते में अन्य लोगों के पैसे जमा कराए और फिर वह रकम दुबई भेज दी गई। वहां से मौलवी को पाकिस्तान में पैसे ट्रांसफर किए गए। पुलिस जांच में इस ट्रांजैक्शन की पुष्टि हो चुकी है।
ऑनलाइन लूडो बना ब्रेनवॉशिंग का जरिया
सुमैया ने बताया कि गिरोह के कहने पर उसने ‘लूडो स्टार’ नामक एक पाकिस्तानी मोबाइल गेम डाउनलोड किया। गेम खेलते-खेलते उसकी बातचीत पाकिस्तान के लोगों से होने लगी, जिन्होंने उसे इस्लाम अपनाने के लिए मानसिक रूप से तैयार करना शुरू कर दिया। उन्होंने उसे “सेलिब्रिटी” जैसा महसूस कराया और धर्म परिवर्तन की ओर प्रेरित किया। एसएसपी के मुताबिक, गिरोह की योजना सुमैया को दिल्ली के रास्ते दुबई भेजने की थी जहां उसका एक मुस्लिम युवक से निकाह कराने की साजिश थी। लेकिन समय रहते परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और युवती की काउंसलिंग कराई गई। प्रेमनगर थाने में इस मामले में नया मुकदमा दर्ज हुआ है।
गिरोह के छह आरोपी गिरफ्तार, बी वारंट पर लाए जाएंगे देहरादून
इस मामले में यूपी एटीएस पहले ही छह आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है जिन्हें अब बी वारंट पर देहरादून लाने की तैयारी है। पुलिस की टीम जल्द ही आगरा जाकर संबंधित प्रक्रिया पूरी करेगी।
गिरफ्तार आरोपी:
- अब्दुल रहमान उर्फ महेंद्र पाल सिंह, निवासी भगत विहार, दिल्ली
- अब्दुल रहीम (रहमान का बेटा)
- अब्दुल्ला (रहमान का बेटा)
- अब्दुर रहमान उर्फ रुपेंद्र प्रताप सिंह, सहसपुर, देहरादून
- आयशा उर्फ कृष्णा, ओल्ड गोवा
- सुलेमान, निवासी कांवली, देहरादून (वर्तमान में दुबई में)
पुलिस और खुफिया एजेंसियां सतर्क
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि इस गिरोह का नेटवर्क डिजिटल प्लेटफॉर्म्स, धार्मिक संगठनों और विदेशों में बैठे कट्टरपंथियों के माध्यम से सक्रिय है। उत्तराखंड पुलिस अन्य संभावित पीड़ितों की पहचान और गिरोह के नेटवर्क को खत्म करने की दिशा में काम कर रही है।