
हरिद्वार | गुरुकुल कांगड़ी फ्लाईओवर पर मंगलवार को उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब एक चलती मोटरसाइकिल अचानक आग की लपटों में घिर गई। घटनास्थल पर मौजूद पुलिसकर्मियों की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से समय रहते आग पर काबू पा लिया गया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, फ्लाईओवर पर जैसे ही बाइक से धुंआ उठता दिखा, कुछ ही पलों में वह आग के गोले में तब्दील हो गई। मौके पर तैनात एडिशनल टीएसआई दीवान सिंह तोमर और कॉन्स्टेबल टीपी शेर सिंह ने स्थिति को भांपते हुए बिना समय गंवाए घटनास्थल की ओर दौड़ लगाई। दोनों पुलिसकर्मियों ने तत्काल राहगीरों और आसपास मौजूद ट्रक चालकों से सहायता मांगी। सौभाग्य से, एक ट्रक चालक के पास अग्निशामक यंत्र था, जिसे पुलिस ने तत्परता से प्रयोग में लाकर आग को बुझा दिया।
बाइक सवार सुरक्षित, भीड़ में राहत की सांस
इस भयावह दृश्य को देखकर फ्लाईओवर पर वाहनों की कतारें लग गईं और राहगीरों में अफरातफरी मच गई। हालांकि बाइक सवार व्यक्ति ने समय रहते वाहन से छलांग लगाकर जान बचा ली, जिससे किसी तरह की शारीरिक क्षति नहीं हुई। मौके पर जुटी भीड़ ने जब देखा कि आग पर नियंत्रण पा लिया गया है, तो उन्होंने पुलिस की सराहना की।
आग लगने का कारण तकनीकी खराबी!
प्राथमिक जांच में संभावना जताई जा रही है कि बाइक में अचानक शॉर्ट सर्किट या ईंधन लीक होने की वजह से आग लगी। हालांकि, फॉरेंसिक टीम और दमकल विभाग की रिपोर्ट के बाद ही आग के वास्तविक कारण की पुष्टि की जा सकेगी।
पुलिस की तत्परता ने बचाई जानें
एडिशनल टीएसआई दीवान सिंह तोमर ने घटना के बाद मीडिया से बातचीत में कहा, “हमने जैसे ही बाइक से आग की लपटें उठती देखीं, तुरंत ऐक्शन लिया। हमारी प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा थी। शुक्र है, आसपास मौजूद ट्रक चालक ने तुरंत फायर एक्सटिंग्विशर उपलब्ध कराया, जिससे आग को फैलने से रोका जा सका।” कॉन्स्टेबल टीपी शेर सिंह ने बताया कि ट्रैफिक नियंत्रण और भीड़ को दूर हटाने में अन्य पुलिसकर्मियों ने सहयोग किया, जिससे स्थिति को सामान्य करने में मदद मिली।
स्थानीय जनता की प्रतिक्रिया
फ्लाईओवर से गुजर रहे एक राहगीर ने कहा, “अगर पुलिस समय पर नहीं पहुंचती और फायर एक्सटिंग्विशर न होता, तो शायद बाइक सवार की जान नहीं बचती। यह एक उदाहरण है कि सही समय पर उठाया गया कदम कितनी बड़ी दुर्घटना को टाल सकता है।” गुरुकुल कांगड़ी फ्लाईओवर पर हुई यह घटना भले ही भयावह रही हो, लेकिन पुलिस की फुर्ती और स्थानीय लोगों के सहयोग ने एक बड़ा हादसा होने से रोक दिया। यह घटना न केवल प्रशासन की तत्परता का उदाहरण है, बल्कि नागरिकों में अग्नि सुरक्षा के प्रति जागरूकता की आवश्यकता को भी उजागर करती है।