
आगरा | आगरा जनपद में शुक्रवार को एक बेहद सनसनीखेज वारदात ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी। थाना फतेहाबाद क्षेत्र की रहने वाली एक विवाहिता की कोर्ट से तारीख़ करके लौटते वक्त दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। महिला की मौके पर ही मौत हो गई जबकि हमलावर घटना को अंजाम देकर फरार हो गए।
घटना का विवरण: कोर्ट से लौटते समय हुई हत्या
घटना शुक्रवार दोपहर की है। मृतका की पहचान राधिका (काल्पनिक नाम) के रूप में हुई है, जो किसी पारिवारिक विवाद के संबंध में आगरा दीवानी न्यायालय से तारीख़ लेकर वापस लौट रही थी। जैसे ही वह कोर्ट परिसर से कुछ दूरी पर पहुंची, पहले से घात लगाए बाइक सवार दो अज्ञात हमलावरों ने उस पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। चश्मदीदों के अनुसार हमलावरों ने बेहद नजदीक से महिला को तीन गोलियां मारीं, जिससे वह मौके पर ही ढेर हो गई।
घटना के बाद भगदड़ और पुलिस की कार्रवाई
दिनदहाड़े हुई गोलीबारी से आसपास अफरा-तफरी मच गई। राहगीरों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। थाना फतेहाबाद पुलिस, क्राइम ब्रांच और एफएसएल टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। वहीं आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और क्षेत्र में नाकाबंदी कर दी गई है।
पिता का आरोप: ससुराल पक्ष जिम्मेदार
मृतका के पिता ने हत्या का आरोप उसके पति, सास-ससुर और देवर पर लगाया है। उनके मुताबिक, विवाहिता का अपने ससुराल वालों से काफी समय से विवाद चल रहा था। मामला न्यायालय में विचाराधीन था और घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न के आरोपों पर सुनवाई चल रही थी। पिता ने दावा किया कि ससुराल पक्ष उसे लगातार केस वापस लेने का दबाव बना रहा था और जब वह नहीं मानी, तो उसकी हत्या कर दी गई।
पुलिस का बयान: जांच जारी, आरोपियों की तलाश में टीमें रवाना
एसपी सिटी आगरा ने मीडिया से बातचीत में बताया कि, “घटना बेहद गंभीर है। परिजनों से मिली तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। तकनीकी सर्विलांस और सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों की पहचान की जा रही है। जल्द ही गिरफ्तारियां होंगी।”
सवालों के घेरे में सुरक्षा व्यवस्था
यह वारदात उस समय हुई जब महिला न्यायालय से तारीख़ लेकर लौट रही थी। सवाल यह उठता है कि यदि कोर्ट जैसे संवेदनशील स्थान के आस-पास इस तरह की घटनाएं हो सकती हैं, तो आम लोगों की सुरक्षा की क्या गारंटी है? कोर्ट सुरक्षा, महिला सुरक्षा, और घरेलू हिंसा के मामलों में पीड़ितों की सुरक्षा को लेकर व्यवस्था सवालों के घेरे में है।
पृष्ठभूमि: दहेज प्रताड़ना और घरेलू हिंसा का मामला
प्राप्त जानकारी के अनुसार, विवाहिता की शादी तीन वर्ष पूर्व फतेहाबाद क्षेत्र के ही एक युवक से हुई थी। शादी के बाद से ही दहेज की मांग और मारपीट की शिकायतें सामने आई थीं। पीड़िता ने कई बार महिला थाने और परिवार परामर्श केंद्र में शिकायत दर्ज करवाई थी। बाद में मामला अदालत तक पहुंचा।
समाज में गूंजता प्रश्न: क्या महिलाओं की सुरक्षा सिर्फ कागज़ों पर है?
इस घटना ने एक बार फिर से महिला सुरक्षा को लेकर प्रशासन, न्यायपालिका और समाज को कठघरे में खड़ा कर दिया है। जब एक पीड़िता अदालत से न्याय की उम्मीद लेकर लौट रही हो और उसकी हत्या हो जाए, तो यह कानून व्यवस्था की गंभीर विफलता का संकेत है। शाम तक मृतका का पोस्टमार्टम किया गया और शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने धारा 302 व अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं, पीड़िता के परिवार ने दोषियों की जल्द गिरफ्तारी और फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने की मांग की है।