
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ममता सरकार पर तीखा हमला बोला और कहा कि “बंगाल, बदलाव चाहता है। बंगाल, विकास चाहता है।” उन्होंने कहा कि टीएमसी सरकार के कारण राज्य में निवेश, रोजगार और शिक्षा व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है।
🔹 मोदी के मुख्य आरोप और बातें:
- बंगाल की स्थिति चिंताजनक:
मोदी ने कहा कि कभी दूसरे राज्यों के लोग बंगाल में रोजगार की तलाश में आते थे, लेकिन अब बंगाल का युवा खुद पलायन को मजबूर है। - “गुंडा टैक्स” रोक रहा निवेश:
पीएम ने आरोप लगाया कि टीएमसी सरकार के कार्यकाल में “गुंडा टैक्स” ने निवेशकों को डरा दिया है। माफिया राज, हिंसा, पक्षपातपूर्ण पुलिस और भ्रष्ट प्रशासन ने राज्य को विकास से दूर कर दिया है। - राज्य संसाधनों पर माफियाओं का कब्जा:
मोदी ने कहा कि राज्य की नीतियां ऐसी बनाई गई हैं जो मंत्रियों और नेताओं को खुलेआम भ्रष्टाचार करने को प्रेरित करती हैं। - “मां, माटी, मानुष” के नाम पर अन्याय:
पीएम मोदी ने कहा कि जिस पार्टी ने ‘मां, माटी, मानुष’ का नारा दिया, उसी की सरकार में बेटियों के साथ अत्याचार हो रहा है। एक डॉक्टर बेटी और एक कॉलेज छात्रा के साथ हुए अपराधों में टीएमसी नेताओं के नाम सामने आए हैं। - शिक्षा व्यवस्था में भ्रष्टाचार:
उन्होंने कहा कि राज्य की शिक्षा व्यवस्था को भ्रष्टाचार के हवाले कर दिया गया है। हजारों योग्य शिक्षक बेरोजगार हैं, जिससे लाखों बच्चों का भविष्य अंधेरे में है।
🔹 विकास का वादा और भाजपा की अपील:
- प्रधानमंत्री ने 5000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की शुरुआत को “बदलाव की नींव” बताया और कहा कि भाजपा पश्चिम बंगाल को एक बार अवसर देने की अपील करती है।
- उन्होंने कहा कि यदि भाजपा की सरकार आती है, तो कुछ ही वर्षों में बंगाल देश के शीर्ष औद्योगिक राज्यों में शामिल हो सकता है।
- पीएम ने लोगों से ईमानदार, कामदार और दमदार सरकार को चुनने की अपील की।
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा 2026 के विधानसभा चुनावों की तैयारी की दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बंगाल की जनता से भाजपा ने “एक मौका” मांगा है और ममता सरकार को हर मोर्चे पर घेरने की रणनीति के तहत गुंडा टैक्स, पलायन, महिला सुरक्षा और शिक्षा जैसे मुद्दों को प्रमुखता दी है।
“बंगाल को माफिया राज से मुक्त कर, समृद्धि की राह पर ले जाने का समय आ गया है।” – नरेंद्र मोदी