
उत्तर प्रदेश के बरेली जनपद में फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक युवक ने मोहल्ले की महिला को प्रेमजाल में फंसाकर उसका यौन शोषण किया और फिर उसका आपत्तिजनक वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने लगा। आरोप है कि युवक ने महिला पर न केवल स्वयं के साथ बल्कि अपने भाइयों और एक मौलाना से भी शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाया।
पीड़िता के अनुसार, मोहम्मद आजम नामक युवक ने उससे नजदीकी बढ़ाई और विश्वास में लेकर शारीरिक संबंध बनाए। इस दौरान उसने महिला का अश्लील वीडियो बना लिया। बाद में महिला को यह जानकारी मिली कि आजम और उसके दोनों भाई — आशिम व आसिफ — और एक मौलाना सलमान, नशे के कारोबार में लिप्त हैं। जब उसने दूरी बनानी चाही, तो आजम ने वीडियो वायरल करने की धमकी दी और महिला पर चारों के साथ संबंध बनाने का मानसिक दबाव बनाने लगा।
महिला ने आखिरकार हिम्मत जुटाकर एसएसपी से शिकायत की, जिसके बाद पुलिस ने बुधवार देर रात चारों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। हालांकि, अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
सोशल मीडिया पर अश्लील फोटो पोस्ट कर युवतियों को बदनाम करने की कोशिश, 12 नामजद
बरेली में ही दो अलग-अलग मामलों में युवतियों को सोशल मीडिया के माध्यम से बदनाम करने की घटनाएं भी सामने आई हैं।
पहले मामले में, एक महिला ने बताया कि उसकी बेटी का रिश्ता पीर बहोड़ा निवासी तस्लीम से तय हुआ था। तस्लीम के नशे की लत सामने आने पर रिश्ता तोड़ दिया गया। इसके बाद तस्लीम और उसका भाई कासिम युवती की अश्लील तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट करने लगे और अभद्र टिप्पणियां करने लगे। दोनों युवती को अगवा करने की धमकी भी दे रहे हैं। इज्जतनगर पुलिस ने छह आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
दूसरे मामले में, कांकारटोला निवासी एक युवती का रिश्ता इरफान नामक युवक से तय हुआ था, लेकिन बाद में उसकी शादीशुदा स्थिति उजागर होने पर रिश्ता तोड़ दिया गया। जब युवती ने दिए गए उपहार वापस मांगे, तो इरफान और उसके सहयोगियों — सुबहान, शोएब, फरहा, और महनाज — ने उसे जान से मारने की धमकी दी। इन पांचों के खिलाफ भी पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
निष्कर्ष:
बरेली में महिला सुरक्षा को लेकर हालात चिंताजनक बने हुए हैं। प्रेमजाल, ब्लैकमेल, नशे का धंधा और सोशल मीडिया का दुरुपयोग — ये घटनाएं न केवल अपराध की भयावहता को दिखाती हैं, बल्कि यह भी दर्शाती हैं कि महिलाएं किस मानसिक और सामाजिक शोषण का सामना कर रही हैं। पुलिस ने मुकदमे तो दर्ज कर लिए हैं, लेकिन पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए त्वरित गिरफ्तारी और कठोर कार्रवाई की आवश्यकता है।