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बरेली। बरेली के बिथरी चैनपुर में पत्नी को दवा दिलाने निकला आठवीं वाहिनी पीएसी का जवान कार से कुछ दूर खेत में पड़ा मिला। उसकी पत्नी कार में बेहोश मिलीं। दोनों को अस्पताल पहुंचाया गया। वहां डॉक्टर ने पत्नी को मृत घोषित कर दिया। फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर सुराग खंगाले। कार से मिले सिरिंज और इंजेक्शन को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। सिपाही का इलाज चल रहा है। उससे पूछताछ भी की गई है।
बरेली में पीएसी का जवान जो कहानी सुना रहा है, उसमें कई झोल हैं। उसका कहना है कि रास्ते में बदमाशों ने उसे लूटपाट की नीयत से घेर लिया। विरोध करने पर उसे और उसकी पत्नी को पीटा। दूसरी ओर मीनू के शरीर से कोई जेवर गायब नहीं था। सिपाही और उसकी पत्नी के पर्स में जो नकदी थी, वह भी मिली है। दोनों के शरीर पर चोट का कोई निशान भी नहीं मिला है। मृतका के गले पर एक निशान है। यह सिरिंज का निशान प्रतीत हो रहा है। कड़ी से कड़ी न मिलने के कारण पुलिस मामले को संदिग्ध मान रही है।
एसपी उत्तरी मुकेश चंद्र मिश्रा और एसपी सिटी मानुष पारीक ने मौका मुआयना किया। स्थानीय लोगों से पूछताछ भी की। खजुरिया ब्रह्मनान निवासी अवधेश ने बताया कि उन्होंने रवि को कार से उतरकर खेतों की ओर जाते हुए देखा था। सिपाही रवि कुमार की शादी वर्ष 2016 में हुई थी और नौकरी दो साल बाद 2018 में लगी थी। नौकरी के बाद पति-पत्नी के बीच तकरार होने लगी थी। दोनों की तीन बेटियां हैं। दो बेटियां ननिहाल में मामा के पास रहती हैं। चार साल की सबसे छोटी बेटी माता-पिता के साथ रह रही थी।
पुलिस मृतका के मायके वालों से भी जानकारी जुटा रही है। मायके वालों की ओर से अभी कोई आरोप नहीं लगाया गया है। डॉक्टरों के अनुसार, मीनू की मौत का कारण प्रथम दृष्टया विषाक्त पदार्थ से होना प्रतीत हो रहा है। पोस्टमॉर्टम से स्थिति स्पष्ट होगी।
र पहलू की गहनता से जांच की जा रही है। सिपाही अभी कुछ सही ढंग से नहीं बता पा रहा। उसने जो घटनाक्रम बताया है वह संदिग्ध है। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। – मुकेश मिश्रा, एसपी उत्तरी