ग्वालियर। ग्वालियर जिले की भितरवार तहसील में पदस्थ तहसीलदार शत्रुघ्न सिंह चौहान पर एक बार फिर यौन शोषण का आरोप लगा है। यहां एक महिला द्वारा कलेक्टर एसपी और महिला थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है कि तहसीलदार ने शादी का वादा कर 17 साल तक इस शारीरिक संबंध बनाए रखें। बता दें कि दतिया जिले में स्थित रतनगढ़ माता मंदिर में ले जाकर उसकी मांग सिंदूर से भरी और उसे अपनी पत्नी मानने लगा। पीड़िता के द्वारा यह भी आरोप लगाया गया। इस दौरान अन्य युवकों को भी घर में लाकर उसके साथ दुष्कर्म कराया गया। महिला का कहना है, आरोपी शत्रुघ्न से ही उसका एक 11 साल का बेटा भी है।
महिला के आरोप के बाद अचानक शत्रुघ्न सिंह चौहान को भितरवार तहसीलदार पद से हटकर कार्यालय भू-राजस्व ग्वालियर में पदस्थ किया गया है। हालांकि, जब जिला कलेक्टर से इस संबंध बात करना चाहा तो उनका कहना था कि कुछ ट्रेनिंग के उद्देश्य उनको यहां भेजा गया है। महिला के आरोप पर शत्रुघ्न सिंह चौहान का कहना है कि वह महिला उसको हनीट्रैप कर ब्लैकमेल कर रही है, उनसे रुपये की डिमांड कर रही है, जिसकी शिकायत वह थाने में कर चुके हैं।
पीड़िता वर्तमान में ग्वालियर स्थित थाटीपुर में निवास करती है। महिला ने बताया कि वह भिंड की रहने वाली है। वर्ष 2006 में उसकी शादी हुई थी, दो साल बाद उसके पति का देहांत हो गया। साल 2008 में शत्रुघ्न सिंह चौहान का उसके जेठ के पास आना जाना था। महिला का यह भी कहना है कि जब वह तहसीलदार नहीं थे और उसका रेत का धंधा था। उसके बाद उन्होंने मेरे जेठ को धंधे का फायदा पहुंचाकर मेरा भरोसा हासिल कर लिया। अपने शादीशुदा होने की बात छुपाकर मुझसे शादी का वादा कर शारीरिक संबंध स्थापित किए।
जब साल 2008 में नायब तहसीलदार बन गए। इसके बाद भी लगातार मेरा शोषण करते रहे। साल 2010 में रतनगढ़ माता मंदिर पर मांग में सिंदूर भरकर मुझसे शादी की। इसके बाद उनकी जहां-जहां पोस्टिंग हुई। उन्होंने वहां अपने साथ रखा और अवैध संबंध बनाए। मेरा सारा खर्चा भी वही उठाते थे।जब मैं गर्भवती हुई तो जबरन मेरा गर्भपात कराया गया। वर्ष 2013 में उनसे मुझे एक बेटे का जन्म हुआ, जिसका डीएनए टेस्ट कभी भी करा सकते हैं। इसी दौरान उन्होंने अपने एक दोस्त से मेरे साथ जबरदस्ती संबंध बनवाए।
महिला के द्वारा यह भी आरोप लगाया गया है कि शत्रुघ्न सिंह चौहान के द्वारा अब तक चार शादियां की है, जिसका के पूरा सबूत उनके पास है। महिला ने इसकी शिकायत जिला कलेक्टर कार्यालय पुलिस अधीक्षक कार्यालय महिला थाने में दर्ज कराया। महिला का साफतौर पर कहना है कि यदि अगर पुलिस उनकी नहीं सुनेगी तो वह कोर्ट की शरण में जाएगी।
आपको बता दें, तहसीलदार शत्रुघ्न सिंह चौहान हमेशा से चर्चा में रहे हैं। इससे पहले भी वर्ष 24 में जब उसे सिटी सेंटर तहसीलदार थे तो कार्यालय में चतुर्थ श्रेणी महिला कर्मचारी को कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न की शिकायत कलेक्टर से की गई थी। वहीं, पुलिस अधीक्षक का कहना है कि अभी यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं आया है, हो सकता है ऑफिस में आकर कोई आवेदन दिया हो। लेकिन मेरी जानकारी में नहीं है।