एक सवाल तो आपके भी मन में कभी न कभी आया ही होगा कि इंसान के रंग , शक्ल और कद काठी का उनके संतानों पर कितना असर पड़ता है ? आए दिन हमें अजीबोगरीब घटनाएं सुनाई देती हैं, जो चौंका भी देती है। ऐसी ही एक घटना सामने आई है, जिसमें एक गोरी 30 साल की एक महिला ने एक अश्वेत व्यक्ति की तरह दिखने वाले काले स्किन के बच्चे को जन्म दिया। जिसके बाद ये मामला काफी विवाद में आ गया है। आइये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
चीनी मीडिया यानी चाइना टाइम्स ने बताया कि एक महिला ने हाल ही में शंघाई के एक अस्पताल में सिजेरियन सेक्शन द्वारा एक बेटे को जन्म दिया। हालांकि जब उनके पति ने पहली बार अपने बच्चे को देखा तो वह गहरे सोच में पड़ गए। उन्होंने ऐसा रिएक्शन इसलिए दिया क्योंकि बच्चे की त्वचा इतनी काली थी कि इसे एक एशियन की तरह देखना मुश्किल था, वो एक ब्लैक पर्सन लग रहा था। बच्चे को देखने के बाद पिता ने अपील की कि यह बहुत अनुचित है, लेकिन मुझे नहीं पता कि मेरे साथ क्या हुआ। उन्होंने आगे कहा कि मैं किसी भी ब्लैक मैन को नहीं जानता। उन्होंने आगे कहा कि मेरे बेटे के जन्म के तुरंत बाद मेरा तलाक हो गया। जब यह कहानी चर्चा में आई तो कई लोगों ने पैटर्निटी टेस्ट कराने की सलाह दी।
इसके अलावा कुछ लोगो ने कहा कि नवजात शिशुओं के साथ ऐसा हो सकता है और यह समय के साथ माता-पिता की त्वचा के रंग में वापस आ जाता है। कई नवजात शिशुओं की त्वचा गहरे रंग की या लाल होती है। एक मेडिकल टीम ने कहा कि नवजात शिशुओं में त्वचा के पतले ‘टिशू और खराब ब्लड सर्कुलेशन के कारण ऐसा हो सकता है।आगे उन्होंने बताया कि हालांकि गहरे लाल रंग की त्वचा अक्सर समय के साथ सफेद होती है।
आपको बता दें कि जन्म के समय नवजात शिशु की त्वचा आमतौर पर गहरे लाल या बैंगनी रंग की होती है, और हवा में सांस लेने पर उसका रंग बदलना सामान्य है। नवजात शिशु की त्वचा पहली सांस लेने से पहले ही काली हो जाती है। सांस लेने के बाद, त्वचा आमतौर पर लाल हो जाती है और पहले दिन के भीतर लालिमा गायब हो जाती है। डॉक्टरों का मानना है कि बच्चे का असली रंग 3 से 6 महीने में दिखाई देता है।