बुजुर्गों के आयुष्मान कार्ड नहीं बन रहे, पोर्टल से हट गया विकल्प। सरकार ने 70 साल से अधिक के सभी बुजुर्गों को आयुष्मान कार्ड देने की घोषणा तो कर दी पर कार्ड बनना अभी शुरू नहीं हुए हैं। दो दिन के लिए आयुष्मान कार्ड बने लेकिन फिर से सुविधा बंद हो गई। शहर के बुजुर्ग एमपी ऑनलाइन और सरकारी अस्पतालों के चक्कर काट रहे हैं। जिम्मेदारों का कहना है कि पोर्टल पर अपडेशन चल रहा है, जल्द ही यह सुविधा शुरू हो जाएगी।
क्या है योजना : सरकार ने 70 साल से अधिक उम्र के सभी पात्र बुजुर्गों के लिए इस साल आयुष्मान कार्ड देने की घोषणा की। इसके तहत बुजुर्गों को निःशुल्क इलाज की सुविधा मिलेगी।
क्या बोले जिम्मेदार : आयुष्मान भारत योजना के जिला समन्वयक राहुल चौकसे ने बताया कि पोर्टल पर बुजुर्गों के आयुष्मान कार्ड बनाने का विकल्प एक से दो दिन के लिए खुला था। कुछ कार्ड बने भी थे लेकिन अभी पोर्टल में वह विकल्प बंद हो गया है। दो से तीन दिन जो कार्ड बने थे वह ट्रायल बेस पर बने थे। अभी डाटा अपडेशन का काम चल रहा है। बुजुर्ग परेशान न हों, जल्द ही यह विकल्प शुरू हो जाएगा। एक बार ठीक से प्रक्रिया चालू होने पर बुजुर्ग एमपी ऑनलाइन, सरकारी अस्पतला या आशा कार्यकर्ता के माध्यम से अपना कार्ड बनवा सकेंगे।
हो रही शिकायतें, निर्देश स्पष्ट नहीं : परेशान हो रहे बुजुर्ग कलेक्टर कार्यालय और सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायतें कर रहे हैं। एमपी आनलाइन, सरकारी अस्पतालों और आशा कार्यकर्ताओं को स्पष्ट दिशा निर्देश न होने से यह परेशानी हो रही है।
क्या लगेंगे दस्तावेज : आयुष्मान भारत योजना प्रकोष्ठ शाखा के देवेंद्र रघुवंशी ने बताया कि बुजुर्गों को आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए अभी सिर्फ आधार कार्ड लगेगा। आधार कार्ड से ही नाम और बुजुर्ग की उम्र स्पष्ट होगी। आधार कार्ड आपके मोबाइल से कनेक्ट होना चाहिए ताकि ओटीपी आ सके, वरना आपकी अंगुलियों के निशान से वेरिफिकेशन होगा। बाद में समग्र आईडी भी लगेगा जिसकी ईकेवायसी होना अनिवार्य है। जिनके मेडिक्लेम हैं, उनका क्या होगा जिनके मेडिक्लेम हैं उन्हें भी इस सुविधा का लाभ मिलेगा।
कहां बन सकेंगे : एमपी ऑनलाइन, सरकारी अस्पताल जहां पर आयुष्मान कार्ड बनने की सुविधा है, आशा कार्यकर्ता के माध्यम से, आयुष्मान योजना से सूचीबद्ध अस्पताल।
कितने का इलाज मिलेगा : आयुष्मान योजना के तहत बुजुर्गों को पांच लाख रुपए तक का निःशुल्क इलाज मिलेगा। इसमें आयुष्मान योजना से सूचीबद्ध अस्पतालों में इलाज किया जाता है। अलग अलग अस्पतालों में अलग अलग बीमारियों का इलाज होता है।
कितने बुजुर्गों को मिलेगा लाभ : जिले में कुल 14 लाख आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं। जिले की आबादी के तकरीबन 8 से 10 फीसदी लोग 70 साल से अधिक उम्र के हैं। इस हिसाब से ढाई से तीन लाख बुजुर्गों को इस योजना का लाभ मिलेगा।