गुरुवार रात देहरादून रेलवे स्टेशन के बाहर दो समुदायों के बीच जमकर हंगामा हो गया। एक पक्ष की ओर से तोड़फोड़ और पथराव भी किया गया। पुलिस ने लाठीचार्ज करके दो घंटे बाद मामले को शांत कराया। दरअसल यूपी के बदायूं से एक किशोरी प्रेमी से मिलने देहरादून रेलवे स्टेशन पर पहुंची थी, इस दौरान उसे छुड़ाने को लेकर दो समुदाय आमने सामने हो गए। बदायूं की रहने वाली मुस्लिम युवती सेलाकुई में जॉब करने वाले हिंदू प्रेमी से मिलने गुरुवार को देहरादून आई। वह अफने घऱ से भागकर आई थी। रेलवे स्टेशन पहुंचने पर उसने अपने प्रेमी अजय को फोन करके रेलवे स्टेशन बुलाया। अजय भी बदायूं का रहने वाला है और यहां सेलाकुई में नौकरी करता है।
करीब 11 बजे अजय रेलवे स्टेशन पहुंचा और किशोरी को वापस जाने के लिए कहने लगा, लेकिन वह इसके लिए राजी नहीं हुई। इस पर अजय किशोरी को लेकर रेलवे स्टेशन पर ही बने रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) थाने पहुंच गया। बदायूं में युवती के परिजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसके बाद आरपीएफ ने उन्हें युवती के देहरादून में होने की जानकारी दी। जिसके बाद उन्होंने देहरादून में अपने परिचितों से संपर्क किया।
शाम होते होते रेलवे स्टेशन के बाहर मुस्लिम समुदाय की भीड़ जुटने लगी। मुस्लिम समुदाय की मांग थी कि युवती को प्रेमी के साथ न भेजा जाए। माहौल संवेदनशील होने लगा तो पुलिस ने युवक को जीआरपी थाने और किशोरी को आरपीएफ थाने में रख दिया। इस बीच युवक ने भी हिंदू संगठनों से संपर्क किया, जिसके बाद हिंदू संगठनों से जुड़े लोग भी रेलवे स्टेशन पहुंच गए। किशोरी को छुड़ाने को लेकर रेलवे स्टेशन पर हंगामा हो गया। मुस्लिम संगठन की ओर से जमकर पत्थरबाजी की गई। इसमें कुछ व्यक्तियों को हल्की चोट भी आई। उपद्रवियों ने 10 से अधिक वाहनों में तोड़फोड़ भी की। इससे रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मच गई।
करीब दो घंटे तक चले इस घटनाक्रम के बाद पुलिस ने लाठी फटकारी, तब जाकर स्थिति काबू में आई। हंगामा खत्म होने के बाद किशोरी के परिजन पुलिस के साथ देहरादून पहुंचे और आरपीएफ ने किशोरी को उनके सुपुर्द कर दिया। पुलिस ने युवक को सेलाकुई में उसके भाई के सुपुर्द किया। देर रात एसएसपी अजय सिंह ने रेलवे स्टेशन पहुंचकर घटना के संबंध में पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। उपद्रवियों की पहचान के लिए पुलिस देर रात तक रेलवे स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरे खंगालने में जुटी थी। पुलिस ने 35 नामज़द और 150 अज्ञात के ख़िलाफ़ कोतवाली मुकदमा दर्ज कराया गया ।