कानपुर। कानपुर में केस्को के एकाउंट विभाग में तैनात लिपिक विनय कुमार मल्होत्रा के आत्महत्या करने की खबर सुनकर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचीं पत्नी पूजा मल्होत्रा का रो-रोकर बुरा हाल रहा। बार-बार पति का नाम लेकर पूजा कह रहीं थीं कि विनय अगर तुम्हारी बात न मानते, तो ऐसा न होता। तुमसे दो दिन पहले कहा था कि हमको अपने ऑफिस ले चलो, अफसरों से हम बात करेंगे, सब ठीक हो जाएगा।
लेकिन तुमने कहा कि चुप रहो, मामला बढ़ जाएगा। पूजा ने कहा कि पति को अवसाद में देखकर उसने कहा था कि नौकरी छोड़कर वीआरएस ले लो। इस पर विनय ने वीआरएस के लिए आवेदन किया था, लेकिन पता चला कि अभी अगर वीआरएस लिया तो पेंशन नहीं बनेगी। छह महीने बाद समय पूरा हो जाएगा। इसके चलते उन्होंने वीआरएस की फाइल आगे नहीं बढ़ाई थी। वहीं उन्हें रोता देख छोटा बेटा दिव्यांश भी बिलखता रहा। हालांकि खुद रोते हुए पूजा बेटे को हिम्मत बंधाती रहीं। कहा कि बेटा हार नहीं माननी है। तुम्हे तो अपने पिता की तरह नाम कमाना है। तुम्हारे पिता को यहां तक पहुंचाने वाले केस्को अधिकारियों पर हम कार्रवाई कराकर रहेंगे।
पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे चचेरे भाई भाई विक्की को देखकर विनय की पत्नी पूजा उन्हें पकड़कर रो पड़ी। उनसे कहा कि विक्की तुम्हारे डरपोक भइया ने ये क्या कर लिया। विनय कुमार मल्होत्रा के समधी गुमटी निवासी विमल ने बताया कि नवंबर में ही उनके बेटे सार्थक से बेटी पलक की शादी हुई थी। सार्थक और पलक दोनों नोएडा की मल्टीनेशनल कंपनी में सीए हैं। शादी के बाद बेटी का पैर टूट जाने के चलते दामाद और बेटी उस समय घूमने नहीं जा पाए थे। इसके चलते पिछले हफ्ते दोनों बाली गए थे। शुक्रवार को ही सार्थक व पलक को कानपुर लौटना था। इससे पहले घटना हो गई।
खुदकुशी की सूचना पर नजीराबाद थानाध्यक्ष अमान सिंह घटनास्थल पहुंचे। उन्होंने प्रत्यक्षदर्शी गेटमैन के बयान दर्ज किए। गेटमैन ने बताया कि सुबह लगभग 11 बजे एक व्यक्ति स्कूटी से आया। सड़क किनारे स्कूटी खड़ी कर ट्रैक की तरफ बढ़ने लगा। लोगों ने ट्रेन आने की बात कहकर हटने को कहा, लेकिन वह रेलवे लाइन के आसपास टहलता रहा। अनवरगंज से कल्याणपुर की तरफ जा रही मेमू ट्रेन को देख लोग उसे पकड़ने के लिए दौड़े तब तक वह ट्रेन के आगे कूद गया। नजीराबाद थाना प्रभारी ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम डॉक्टरों पैनल से कराया गया है। पोस्टमार्टम प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई गई है। परिजनों की तहरीर आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
ट्रेन के आगे कूदने से विनय का शव क्षत-विक्षत हो गया था। कर्मचारी कल्लू और एक अन्य शव के टुकड़ों को पन्नी में भरने के बाद पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। यहां परिजनों ने शव को रखवाने के लिए कहा तो बाहरी कर्मचारी 2500 रुपये मांगने लगे। इस पर परिजनों से गालीगलौज तक हो गई। बाद में पुलिस ने मामला शांत कराया। नजीराबाद क्षेत्र की कोकाकोला क्रॉसिंग पर शुक्रवार सुबह केस्को के लिपिक ने मेमू ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। पत्नी और छोटे बेटे ने केस्को के अफसरों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि करीब 30 साल की नौकरी के बाद 15 दिन पहले उनका ट्रांसफर केस्को एमडी कार्यालय से परेड बिजली घर हो गया था।
इसके बाद से उनसे पूरे 30 साल का विभागीय रिकॉर्ड देने का दबाव बनाया जा रहा था। न मिलने पर रिपोर्ट दर्ज कराने की धमकी भी दी थी। इसी वजह से वे तनाव में थे। केस्को एमडी ने शिकायत मिलने पर मामले की जांच कराने की बात कही है। नजीराबाद के लाजपत नगर निवासी विनय कुमार मल्होत्रा (54) केस्को एमडी कार्यालय में एकाउंटेंट विभाग में लिपिक थे। परिवार में पत्नी पूजा मल्होत्रा और दो बेटे हैं। बड़ा बेटा सार्थक और उसकी पत्नी पलक सीए हैं। छोटा बेटा दिव्यांश सीए अंतिम वर्ष का छात्र है। पत्नी पूजा ने आरोप लगाया कि पति विनय का ट्रांसफर जब से परेड बिजली घर हो गया था, तभी से रिकॉर्ड देने का दबाव बनाया जा रहा था। उन्होंने चार अलमारियों में रखीं फाइलों का रिकॉर्ड तो सौंप दिया था।
लेकिन कई पुरानी फाइलें नहीं मिल रही थीं। आरोप लगाया कि अफसरों ने उन्हें धमकी दी थी कि पूरा रिकॉर्ड नहीं मिला, तो रिपोर्ट दर्ज कराकर जेल भिजवा देंगे। इसी बात को लेकर पति तनाव में चल रहे थे। पूजा ने पुलिस से आरोपी अफसरों पर कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। बेहद दुखद घटना है। मेरे संज्ञान में प्रताड़ित किए जाने संबंधी कोई बात नहीं आई है। परिजन अगर शिकायत करते हैं तो जांच कराई जाएगी। मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवार के साथ हैं। केस्को परिवार का सदस्य होने के नाते उनके घरवालों की हर संभव मदद की जाएगी। -सैमुअल पॉल एन, केस्को एमडी