प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अपनी रूस यात्रा के दौरान मॉस्को में एक कार्यक्रम में भारतीय समुदाय को संबोधित किया। सफेद कुर्ता-पायजामा पहने और गले में लाल दुपट्टा डाले भारतीयों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और संबोधन के दौरान कई मोदी-मोदी का नारा भी लगाया । प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर भारत और रूस के दशकों पुराने संबंधों की प्रशंसा की और कहा कि उनके “प्रिय मित्र” रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इसमें बहुत योगदान दिया। रूस की सर्दियों में तापमान चाहे कितना भी माइनस से नीचे चला जाए, भारत-रूस की दोस्ती हमेशा ‘प्लस’ में ही रहती है, गर्मजोशी से भरी होती है। यह रिश्ता आपसी विश्वास और आपसी सम्मान की मजबूत नींव पर बना है।
पीएम मोदी ने कहा कि रूस शब्द सुनते ही हर भारतीय के दिमाग में पहला शब्द आता है भारत का सदाबहार दोस्त (सुख-दुख का साथी) और भरोसेमंद सहयोगी। 60 साल बाद भारत में तीसरी बार किसी सरकार का चुना जाना अपने आप में बहुत बड़ी बात है। 4 राज्यों अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, आंध्र प्रदेश और ओडिशा में भी चुनाव हुए और इन चारों राज्यों में एनडीए की जीत हुईष प्रचंड बहुमत के साथ ओडिशा ने एक बड़ी क्रांति ला दी है और इसलिए मैं भी आज उड़िया दुपट्टा लेकर आपके बीच आया हूं। ‘यहां हर घर में एक समय गाना गाया जाता था, ‘सिर पर लाल टोपी रूसी, फिर भी दिल है हिंदुस्तानी।’ ये गाना भले ही पुराना हो गया है, लेकिन इसके भाव सदाबहार हैं, राज कपूर, मिथुन दा जैसे कलाकारों ने भारत और रूस की दोस्ती को मजबूत किया है।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे (भारत-रूस) रिश्ते की मजबूती का कई बार परीक्षण हुआ है और हर बार हमारी दोस्ती मजबूत होकर उभरी है।’ मैं विशेष रूप से अपने प्रिय मित्र राष्ट्रपति पुतिन के नेतृत्व की सराहना करना चाहूंगा। उन्होंने 2 दशकों से अधिक समय से इस साझेदारी को मजबूत करने का अद्भुत काम किया है। पिछले 10 वर्षों में मैं छठी बार रूस आया हूं और इन वर्षों में हम 17 बार एक-दूसरे से मिल चुके हैं। इन सभी मुलाकातों से विश्वास और सम्मान बढ़ा है।’ जब हमारे छात्र संघर्ष में फंस गए थे, तो राष्ट्रपति पुतिन ने उन्हें भारत वापस लाने में हमारी मदद की। मैं एक बार फिर रूस के लोगों और मेरे मित्र राष्ट्रपति पुतिन को धन्यवाद देता हूं।