नई दिल्ली। तुर्की, मिस्र व सीरिया से भारत में कैंसर और मधुमेह की नकली दवाओं की आपूर्ति के मामले में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने सीरिया के नागरिक समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से चार करोड़ की नकली दवाएं बरामद की गई हैं। आरोपी तीन साल से विदेशों से नकली दवाएं सप्लाई कर रहे थे।
पुलिस उपायुक्त राकेश पावरिया ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी भागीरथ प्लेस में श्रीराम इंटरनेशनल ट्रेडर शॉप नाम से दवा की दुकान चलाने वाला नवीन आर्य, कैंसर पीड़ितों को लाने वाला व टैरी व्हाइट लाइफ केयर का संचालक सौरभ गर्ग, करण खनेजा और सीरियाई नागरिक मोनिर अहमद हैं। मोनिर ही नवीन आर्य, सौरभ गर्ग और करण खनेजा को नकली दवाएं बेचता था। आरोपी ये दवाएं दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, आगरा व लखनऊ में सप्लाई करते थे।
असली की आड़ में करते थे नकली दवा की सप्लाई : साइबर सेल में तैनात इंस्पेक्टर प्रदीप सिंह को सूचना मिली थी कि दिल्ली व एनसीआर के इलाके में कुछ थोक व खुदरा दवा विक्रेता नकली और अपंजीकृत जीवनरक्षक और कैंसररोधी दवाएं और लाइफस्टाइल दवाएं बेच रहे हैं। इनमें नोवार्टिस कंपनी की रेवोलेड, कीट्रुडा, मर्क केजीजीए की एर्बिटक्स, नोवो नॉर्डिस्क कंपनी की ओजेम्पिक और लेनविमा शामिल हैं। आरोपी असली दवा की आड़ में नकली दवाओं की आपूर्ति करते हैं।
दिल्ली-एनसीआर में नकली दवाओं के जरिये सेहत से खिलवाड़ करने वालों का बड़ा कारोबार है। करीब एक साल पहले ट्रोनिका सिटी में यूपी के औषधि सुरक्षा विभाग व दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने कैंसर की नकली दवाओं के साथ चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था। ये दवाएं बांग्लादेश व श्रीलंका की कंपनियां बनाती थीं। इसी साल मार्च में दिल्ली, उत्तराखंड और यूपी में दर्द निवारक, मधुमेह, माइग्रेन की नकली दवाओं व एंटीबायोटिक के साथ दस आरोपी धरे गए थे। उनसे एक करोड़ की दवाएं जब्त हुई थीं।