उन्नाव। उन्नाव जिले के मौरावां थाना क्षेत्र के दृगपालगंज गांव में हुई पेंटर की हत्या की घटना को योजना बनाकर अंजाम दिया गया। पुलिस को शक है कि घटना में किसी नजदीकी का हाथ है। हत्या करने वाला इस बात से बखूबी वाकिफ था कि शुक्रवार रात बेचेलाल घर में अकेले है। उसका छोटा भाई बाराबंकी चला गया है और पिता फसल की रखवाई के लिए खेत पर हैं। पुलिस को मृतक की सात साल की बेटी से कुछ सुराग मिलने की उम्मीद है। हालांकि वह काफी सहमी हुई है और अभी कुछ भी बता पाने की स्थिति में नहीं है। बेचेलाल दो भाई हैं, पिता बिंदा प्रसाद दोनों के लिए करीब 10 साल पहले गांव से 700 मीटर दूर खेत में मकान बनवाया था। आधे हिस्से में बड़ा बेटा बेचेलाल और उसकी पत्नी रेखा रहते हैं।
वहीं, आधे हिस्से में पिता बिंदा प्रसाद व छोटा बेटा मूलचंद्र रहते हैं। पिता ने बताया कि 30 मई को बेचेलाल 14 दिन बाद घर लौटा था। जबकि छोटा बेटा अभी तक घर में था और 28 मई को ही काम करने बाराबंकी गया था। वह भी ज्यादातर समय खेत में सब्जी की रखवाली करता था। बताया कि मूलचंद्र की अभी शादी नहीं हुई है। घर का जीना भी बाहर खुले में बना है। गांव से दूर मकान होने से बिजली का कनेक्शन भी नहीं मिल सका है। पुलिस को शक है कि जिसने भी हत्या की है वह जानता था कि बेचेलाल को बचाने वाला घर में कोई मौजूद नहीं है। पुलिस को मृतक की सात साल की बेटी से घटना को लेकर अहम सुराग मिलने की उम्मीद है।
मृतक का छोटा भाई मूलचंद्र भी बड़े भाई के साथ पेंटिंग का काम करता था। बेचेलाल 15 दिन से बाराबंकी में काम कर रहा था। काम बढ़ने पर उसने 28 मई को अपने छोटे भाई मूलचंद्र को भी बाराबंकी बुला लिया था। बेचेलाल गुरुवार को घर लौटा था जबकि मूलचंद्र वहीं था। शनिवार को भाई की हत्या की सूचना पर वह बाराबंकी से आया। मृतक बेचेलाल की ससुराल लउवा गांव में है। दृगपालगंज से उसकी दूरी दो किलोमीटर है। उसका बड़ा बेटा नितिन (11) छुट्टी होने से नाना देशराज के घर गया था। बेटे को घर में न देख शुक्रवार को बेचेलाल बेटे से मिलने अपनी ससुराल गया था। रात में साला ज्ञानू अपने जीजा को बाइक से छोड़ने भी आया था। हर बिंदु पर जांच चल रही है।
मृतक पत्नी के आदतों से परेशान रहता था। कई बार उसका पत्नी के किसीअन्य से फोन पर लंबी बात करने को लेकर भी विवाद हुआ। ससुराल और मायके पक्ष के लोगों ने आपस में समझौता करा दिया। बेचेलाल के बाहर रहने से वह पत्नी को फोन मिलाया करता था। अक्सर यह होता था कि पत्नी का फोन व्यस्त रहता था। इससे एक दो बार दोनों में मारपीट की भी बात पुलिस को पता चली। मृतक जिस चटाई पर लेटा था वहां से पत्नी की चारपाई तक काफी खून फैला हुआ मिला है। उसके पास में ही एक पॉलीथिन में चप्पल भी रखे मिले, जिन्हें धोकर रखने की चर्चा है। फोरेंसिक टीम ने घटना स्थल से चप्पल, चूड़ी के कुछ टुकड़े, चारपाई और आसपास अंगुलियों के निशान सहित कई नमूने लिए हैं।
शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद पुलिस ने बेचेलाल के शव को उसके परिजनों को दिया। देर शाम गांव के बाहर सई नदी के किनारे शव परिजनों ने सई नदी के किनारे शव का अंतिम संस्कार कर दिया। मौरावां कस्बे में काम से करीब दो हफ्ते बाद गांव लौटे युवक की छत पर सोते समय गर्दन पर धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी गई। पास ही चारपाई पर सात साल की बेटी के साथ सो रही पत्नी को घटना की भनक तक नहीं लगी। पुलिस ने मृतक की पत्नी और साले को हिरासत में लिया है। मौरावां थाना की ग्रामसभा असरेंदा के मजरा दृगपालगंज निवासी बेचेलाल (33) पुताई का काम करता था। इन दिनों वह बाराबंकी में काम कर रहा था।
14 दिन बाद गुरुवार को ही घर आया था। शुक्रवार रात करीब 11 बजे वह पत्नी रेखा और बेटी नेहा (7) के साथ छत पर सोने चला गया। बेचेलाल जमीन पर चटाई बिछाकर लेटा था, जबकि पत्नी और बेटी बगल में ही चारपाई पर सोई थीं। रात में बेचेलाल की गर्दन पर धारदार हथियार से कई वार करके हत्या कर दी गई। पत्नी रेखा के मुताबिक शनिवार सुबह करीब पांच बजे उसकी नींद खुली, तो पति खून से लथपथ पड़े थे। रेखा की चीख पुकार सुनकर घर से करीब 40 मीटर दूर खेत में सब्जी की फसल की रखवाली कर रहे ससुर बिंदा प्रसाद भाग कर घर आए। मौके पर ग्रामीण भी जमा हो गए।
सूचना पर थानाध्यक्ष चंद्रकांत सिंह, सीओ पुरवा सोमेंद्र विश्वास पहुंचे और फोरेंसिक और डॉग स्क्वायड को बुलाया। पिता बिंदा प्रसाद और भाई ने किसी से कोई रंजिश न होने की बात बताई। पुलिस ने धारदार हथियार की तलाश की, लेकिन उसका भी कहीं पता नहीं चला। पुलिस को जांच के दौरान मृतक की पत्नी के पैर व अन्य अंगों पर खून लगा मिला। मृतक चार भाई-बहनों में दूसरे नंबर का था। पुलिस ने पत्नी रेखा और साले ज्ञानू को पूछताछ के लिए उठाया है। मृतक व उसकी पत्नी के अलावा भाई और साले के मोबाइल की भी सर्विलांस टीम जांच कर रही है। सीओ का कहना है कि मृतक के पास बमुश्किल तीन फीट दूर चारपाई पर सो रही पत्नी को पति पर हुए हमले और उसकी हत्या होने का पता न चलना गले नहीं उतर रहा।