
काशीपुर। साइबर ठग ने एक व्यक्ति से उसके भतीजे को जेल में बंद होने की बात कहकर 3,68,000 रुपये ठग लिए। चाचा को उस व्यक्ति पर यकीन इसलिए हो गया क्योंकि उस व्यक्ति ने भतीजे का नाम लेकर जिस व्यक्ति से बात कराई उसकी आवाज हूबहू भतीजे की तरह थी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर अज्ञात साइबर ठग के खिलाफ केस दर्ज किया है। आशंका जताई जा रही है कि भतीजे जैसी आवाज के लिए कहीं एआई तकनीक का तो इस्तेमाल नहीं किया गया।
मोहल्ला आवास विकास निवासी परमवीर सिंह पुत्र मक्खन सिंह ने पुलिस को तहरीर दी। कहा कि बीते वर्ष 10 जुलाई 2023 को उन्हें जगमोहन नंदा नाम के व्यक्ति ने फोन किया और खुद को वकील बताया। इसके बाद उसने एक अन्य व्यक्ति से बात कराई जिसकी आवाज उसके भतीजे सुखविंदर सिंह जैसी थी। उसने कहा कि मैं जेल में बंद हूं।
आप वकील को तीन लाख रुपये दे दो जिसके बाद उन्होंने बताए गए बैंक खाते में अलग-अलग बार में पैसे डाल दिए। इसके बाद दूसरे व्यक्ति ने जो खुद को उसका भतीजा बता रहा था। उसने कहा कि मैंने आपके खाते में 1,76,000 डॉलर डाल दिए हैं जो कि भारतीय 10 लाख रुपयों के बराबर हैं, लेकिन वह रुपये उनके खाते में नहीं आए तब उन्हें ठगे जाने का पता चला। पुलिस ने तहरीर के आधार पर अज्ञात साइबर ठग के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
साइबर ठगी से बचने के लिए एकमात्र उपाय केवल जागरूकता ही है। साइबर ठगी के मामलों के जानकार काशीपुर कोतवाली के प्रभारी मनोज रतूड़ी ने बताया कि इन दिनों अलग-अलग तरीकों से डाटा चोरी कर ठगी के नए तरीके निकल रहे हैं। क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति का डाटा किसी ने किसी वेबसाइट पर उपलब्ध है। इसलिए किसी की भी जानकारी जुटाना आसान है।
इसी का फायदा उठाकर साइबर ठग भावनात्मक रूप से आपको झांसे में लेकर ठगी कर सकता है। इसलिए पहले उसकी दी जानकारी या डाटा आदि को मांगने पर अपने खास दोस्त से बात कर जानकारी लें ताकि आप ठगी का शिकार होने से बच सके।