कानपुर। कानपुर में फोरेंसिक टीम और डॉक्टरों के पैनल ने निजी स्कूल की शिक्षिका मंजू वर्मा के जलने के बाद मिली राख और हड्डियों की बुधवार को जांच की। राख और हड्डियां बक्से में भरकर लाई गई थीं। पोस्टमार्टम के दौरान डॉक्टरों को किसी ज्वलनशील पदार्थ की गंध मिली है।
हालांकि, फोरेंसिक टीम ने हादसे के दौरान शिक्षिका की जलकर मौत होने की बात कही थी। ज्वलनशील पदार्थ की पुष्टि के लिए मृतका की राख, हड्डियां, चेन, अंगूठी, स्कल बोन, बिस्तर के जले टुकड़े, ठोस ईंधन (कोक), दांत और नाखून के नमूने जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजे जाएंगे।
रायपुरवा के जीटी रोड स्थित छब्बालाल का हाता निवासी मंजू वर्मा (62) का घर में ही जला हुआ शव मिला था। मंजू के घर पुलिस पहुंची तो वहां दरवाजे की बाहर से कुंडी लगी हुई थी। वहीं, दरवाजे पर लिखा नोट भी हत्या की तरफ इशारा कर रहा था। पूरे मामले में पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। मंजू के कोई संतान नहीं थी। पुलिस उन लोगों की तलाश कर रही है, जिनको मंजू की मौत से फायदा होने वाला था।
पोस्टमार्टम के दौरान मिली जानकारी के बाद पुलिस की जांच हत्या की ओर मुड़ गई है। इधर, गुरुवार को डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार मंजी के घर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। एसीपी अनवरगंज व रायपुरवा थाना प्रभारी को जल्द खुलासे के निर्देश दिए हैं। फिलहाल, पुलिस को हाते में ही रहने वाले महिला के करीबी पर शक है, जो वारदात के बाद से गायब है।