वाराणसी। जम्मू-कश्मीर में तैनात एक लेफ्टीनेंट कर्नल ने अपने साथी अफसर के खिलाफ शादी का झांसा देकर यौन शोषण करने और 80 लाख का फ्लैट सहित अन्य मांगों को लेकर प्रताड़ित करने की शिकायत पुलिस आयुक्त से की है। पुलिस आयुक्त के कहने पर आरोपी और उसकी मां के खिलाफ कैंट थाने में दुष्कर्म और धमकाने सहित अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज किया गया है।
आजमगढ़ जिले के लालगंज तहसील क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली 41 वर्षीय महिला अफसर के अनुसार, तैनाती के दौरान उनकी लेफ्टीनेंट कर्नल देवाशीष मुखर्जी से दोस्ती हुई थी। देवाशीष ने सजातीय होने का हवाला देकर उनसे विवाह करने के लिए कहा। इसके लिए देवाशीष ने उन्हें कैंट थाने के नदेसर क्षेत्र के काशीराज अपार्टमेंट स्थित अपने फ्लैट में बातचीत के लिए बुलाया।
21 मई को वाराणसी आने के लिए देवाशीष ने उन्हें फ्लाइट का टिकट भेजा। बातचीत के दौरान देवाशीष की मां सुष्मिता मुखर्जी भी वहां मौजूद थी। देवाशीष की मां ने उन्हें बहू के रूप में स्वीकार करने की बात कही। इसका लाभ उठा कर देवाशीष ने उनके साथ जबरन शारीरिक संबंध स्थापित किये। अगले दिन देवाशीष की मां ने 80 लाख रुपये का फ्लैट और शादी का पूरा खर्च उठाने की बात कही। इसे लेकर उनकी देवाशीष और उसकी मां से काफी नोकझोंक हुई।
देर रात देवाशीष उनके कमरे में फिर आया और जबरन शारीरिक संबंध स्थापित कर फोटो व वीडियो बना लिया। इसके बाद देवाशीष और उसकी मां ने उनके साथ मारपीट की। पुलिस बुलाने की बात कहने पर देवाशीष ने पैर पकड़ कर माफी मांगी और शादी की बात कही। शादी की बात करने पर देवाशीष एक मंदिर में ले जाकर उन्हें माला पहना दी। इसके बाद जब वह देवाशीष के साथ उसकी मां के पास गईं तो उनसे फिर 80 लाख रुपये की मांग की गई। रजिस्टर्ड शादी की बात करने पर देवाशीष ने 80 लाख रुपये देने, अपनी मां से माफी मांगने और अप्राकृतिक शारीरिक संबंध के लिए तैयार होने की बात कही।
महिला अफसर ने बताया कि देवाशीष से उन्होंने कहा कि वह पुलिस से शिकायत करेंगी तो उसने धमकी दी कि वह उनकी सारी आपत्तिजनक फोटो और वीडियो इंटरनेट पर डाल देगा। परेशान होकर उन्होंने पुलिस आयुक्त मुथा अशोक जैन से गुहार लगाई। इस संबंध में इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार पांडेय ने बताया कि उच्चाधिकारियों के निर्देश पर मां-बेटे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।