कानपुर। वायुसेना में नौकरी लगवाने का झांसा देकर 200 से अधिक लोगों से लाखों रुपये की ठगी करने वाला फर्जी स्क्वाड्रन लीडर चार माह से कानपुर के एक होटल में छिपा रहा। मंगलवार को एसटीएफ और वायुसेना की इंटेलीजेंस की संयुक्त टीम ने उसे झकरकटी चौराहे से गिरफ्तार किया। दिल्ली में कइयों से ठगी करने के बाद से वह फरार हो गया था। बुधवार को रेलबाजार थाना पुलिस ने उससे पूछताछ के बाद जेल भेज दिया। एसटीएफ इंस्पेक्टर शैलेंद्र सिंह ने बताया कि पकड़ा गया आरोपी राहुल राजपूत उन्नाव के अजगैन आजादनगर का रहने वाला है।
राहुल ने बताया कि वह पहले पिता के साथ उत्तमनगर नई दिल्ली में रहता था। वहां वायुसेना कैंट एरिया में घूमने जाने के दौरान वह अधिकारियों के रहन सहन से काफी प्रभावित होकर खुद भी फर्जी अधिकारी बन गया। वायुसेना के म्यूजियम में जाकर वायुसेना के तौर तरीकों को समझा।
कैंट एरिया के लोकल बाजार से स्क्वाड्रन लीडर की यूनिफार्म खरीदकर माता-पिता को वायुसेना में स्क्वाड्रन लीडर के पद पर चयन होने की जानकारी दी। रिश्तेदारों के यहां भी वर्दी पहनकर जाने लगा। दिल्ली, लखनऊ, उन्नाव, कानपुर समेत आसपास के जिलों के बेरोजगार युवकों को वायुसेना में नौकरी दिलवाने के लिए नाम पर ठगी शुरू कर दी। दिल्ली में ठगी के शिकार हुए लोगों की शिकायत पर पुलिस सक्रिय हुई, तो चार माह पहले रेल बाजार के होटल यश पैलेस में 400 रुपये प्रति दिन के किराये पर आकर रहने लगा।
पुलिस ने शातिर के पास से एक न्यू पैटर्न कॉम्बेट यूनिफॉर्म, माउंटेड रिबन के साथ मेडिकल बैज स्क्वाड्रन लीडर रैंक और साथ में एयर क्राफ्ट मैन की रैंक, नेमप्लेट, फोर्स की कैप, शूज, वायु सेना की वर्दी। पांच अभ्यर्थियों के पहचानपत्र, एक पंकज महतो नाम का, दो अलग जन्मतिथि के आधार कार्ड, वायुसेना की मुहर, पासपोर्ट, वायु सेना में भर्ती के लिए प्रत्येक सात अभ्यर्थियों के मेडिकल सर्टिफिकेट आदि बरामद किया। वायुसेना में जब लोग फर्जी नियुक्तिपत्र लेकर पहुंचे तब सेना की इंटेलीजेंस यूनिट सक्रिय हुई और शातिर का भंडाफोड़ हुआ।
राहुल वर्ष 2014 में राजकीय बॉयज सीनियर सेकेंड्री स्कूल जनकपुरी से हाईस्कूल व वर्ष 2016 में इंटर पास किया। वर्ष 2020 में ट्रोब स्किल्स के जरिये पैरामेडिकल कॉलेज से बीएलएस, एईजी, सीपीआर, ईएमटी का एक साल का कोर्स पूरा किया था। पढ़ाई लिखाई में औसत राहुल फर्राटेदार अंग्रेजी बोलकर किसी को भी बातों में फंसा लेता था। पुलिस को उसके पास से ब्रांडेड कपड़े, चश्मे और जूतों को कलेक्शन मिला है। आरोपी के कर्नाटक बैंक समेत चार बैंक खातों के पासबुक व एटीएम बरामद हुए हैं। संबंधित बैंक को मेल कर पुलिस खातों की डिटेल हासिल करेगी। सूत्रों के अनुसार शातिर अपने बैंक के अलावा एक ई-रिक्शा चालक के भी खाते में रुपये मंगवाता था।