लखीमपुर खीरी। लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में रविवार दोपहर मदरसे गई नाबालिग छात्रा की बेरहमी से हत्या कर दी गई। उसका शव सोमवार को करीब 11 बजे गन्ने के खेत में मिला। परिजनों ने दुष्कर्म की आशंका भी जताई है। वारदात से ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। उन्होंने मौका-मुआयना करने पहुंचे एसपी की गाड़ी घेर ली और जमकर हंगामा किया।
सिंगाही थाना क्षेत्र के एक गांव की 13 वर्षीय छात्रा रविवार को मदरसे में पढ़ने गई थी। शाम तक वापस न आने पर परिजनों ने उसकी तलाश की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। सूचना पर पुलिस ने देर रात 11.30 बजे गुमशुदगी दर्ज कर ली। सोमवार को पूर्वाह्न करीब 11 बजे छात्रा का शव रमुवापुर गांव के पास मोहन सिंह के गन्ने के खेत में मिला।
खबर मिलने पर परिजनों समेत आसपास गांवों के लोग वहां जमा हो गए। छात्रा की मां ने शव की हालत देखकर दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका जताई। छात्रा के सिर पर चोट के निशान हैं। आंखें फूटी हुईं मिली। साथ ही मुंह में मिट्टी भरी हुई मिली मानो किसी ने उसका मुंह मिट्टी में काफी देर तक दबाया हो। कपड़े भी अस्त-व्यस्त मिले।
तिकुनिया थाना इलाके में गन्ने के खेत में छात्रा का शव जिस हालत में मिला है, उससे साफ है कि उसकी वहशियाने ढंग से हत्या की गई है। दरिंदों ने उसकी बायीं आंख फोड़ दी। मुंह और चेहरे पर भी बेरहमी से बार किए हैं। नाक के पास मिट्टी लगी है। कपड़े भी अस्त-व्यस्त थे। शव के पास चप्पल पड़ी थीं। उसका बस्ता कंधे के पास पीछे की ओर पड़ा था, लेकिन उसकी तनी कंधे पर थी। परिजन दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका जता रहे हैं, लेकिन पुलिस कपड़े अस्त-व्यस्त न होने की बात कहकर इसे खारिज कर रही है।
पुलिस को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार है, जबकि किशोरी का शव उसके साथ दरिंदगी होने की गवाही दे रहा है। किशोरी के शव की हालत देखकर ग्रामीण गुस्से में हैं। जब एसपी गणेश प्रसाद साहा मौके पर पहुंचे तो लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। परिजनों और ग्रामीण ने हंगामा किया। गाड़ी घेर लेने पर एसपी को घटनास्थल से करीब 100 मीटर पहले ही गाड़ी से उतरना पड़ा। एसपी को मौके पर पहुंचने के लिए भी काफी मशक्कत करनी पड़ी।
घटना से नाराज ग्रामीणों को समझाने में भी पुलिस के हाथ-पांव फूले रहे। छात्रा के बाबा का कहना है कि बिटिया के साथ दुष्कर्म किया गया है। उसकी आंख फोड़ दी गई। बाद में हत्या कर शव गन्ने के खेत में डाला गया है। छात्रा की मां ने बताया कि बेटी के पूरे शरीर पर सूजन थी। उसके साथ दरिंदगी की गई है।
किशोरी के परिजनों में गम के साथ ही पुलिस के खिलाफ गुस्सा है। मां का आरोप है कि पुलिस ने गुमशुदगी की सूचना को गंभीरता से लेकर कार्रवाई नहीं की, जबकि बेटी के गुम होने की सूचना सिंगाही और तिकुनिया दोनों ही थानों में दी गई थी। अगर पुलिस बेटी को तलाशने की कोशिश करती तो शायद वह जिंदा होती, लेकिन पुलिस लापरवाह बनी रही। इधर, पुलिस रविवार रात 11:35 बजे गुमशुदगी दर्ज होने की बात कह रही है।
सोमवार शाम मौके पर पहुंचे एसपी गणेश प्रसाद साहा ने बताया कि शुरुआती जांच में शरीर पर चोटों के निशान मिले हैं। एसपी ने परिजनों के बच्ची की आंख फोड़ने के आरोप पर कहा कि चोट तो लगी है, लेकिन मौत का सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही पता चल पाएगा। परिजनोंं के पुलिस पर मदद न करने के आरोप से एसपी ने इन्कार किया। कहा, परिजनों से उनकी बात हुई है, उन्होंने पुलिस पर ऐसा कोई आरोप नहीं लगाया।
एसपी ने बताया कि घटना के खुलासे के लिए क्राइम ब्रांच, एसओजी, सर्विलांस और आसपास के थानों की पुलिस की तीन टीमें बनाई गई हैं। कुछ लोगों से पूछताछ भी की जा रही है। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।