गोपेश्वर। उत्तराखंड के चमोली में बुधवार सुबह बड़ा हादसा हुआ। चमोली बाजार के पास अलकनंदा नदी के किनारे नमामि गंगे प्रोजेक्ट की साइट पर अचानक करंट फैल गया। दर्दनाक हादसे में दरोगा समेत 16 लोगों की मौत हो गई है। 11 लोग बुरी तरह झुलसे हैं। मृतकों में पीपलकोटी चौकी प्रभारी प्रदीप रावत और होमगार्ड मुकंदीलाल भी शामिल हैं।
अलकनंदा नदी के ठीक किनारे स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के चारों ओर जब करंट दौड़ा तो यहां का दो मीटर रास्ता क्षण भर लाशों के ढेर में तब्दील हो गया। आसपास खड़े लोग जब तक कुछ समझ पाते तब एक स्थानीय निवासी सुभाष ने आवाज लगाई कि जो जहां है वहीं खड़े रहो जिससे कई लोगों की जानें बच गई। हालांकि करंट लगने से 16 लोग अकाल मौत के मुंह में समा गए।
नमामि गंगे परियोजना के तहत गोपेश्वर-चमोली मार्ग पर अलकनंदा के किनारे सीवरेज के दो प्लांट हैं। एक प्लांट चमोली बाजार के ठीक नीचे महिंद्रा शो रूम के समीप है जबकि दूसरा पुराने मोटर पुल के पास स्थित है। इन प्लांटों की मेंटिनेंस कांफिडेंट इंजीनियरिंग कंपनी के जिम्मे है। प्लांट में कार्यरत ऑपरेटर गणेश की ड्यूटी सुबह 8 से शाम छह बजे तक की थी।
मंगलवार शाम को जब गणेश छह बजे के बाद भी घर नहीं लौटा तो परिजनों ने उसे फोन किया। मगर फोन बंद आया। बुधवार सुबह परिजनों ने दूसरे प्लांट के कर्मचारी धीरज कुमार को गणेश की जानकारी लेने के लिए भेजा तो गणेश सीढि़यों पर मृत मिला। उसने सूचना अपने उच्च अधिकारियों के साथ ही उसके परिजनों को दी।
मौके पर प्लांट के अन्य कर्मचारी व परिजन, पुलिस टीम पहुंची। उस दौरान वहां बिजली नहीं थी। पूर्वाह्न 11 बजे तेज आवाज के साथ प्लांट से लेकर रास्ते तक हाई वोल्टेज करंट दौड़ पड़ा। धमाके के साथ लोग एक-एक कर जमीन पर गिरने लगे। अफरा-तफरी मच गई, कई लोग घटना स्थल की ओर दौड़ने लगे, इस पर सुभाष ने जोर की आवाज लगाई जो जहां है वहीं खड़े रहो जिससे लोग खड़े हो गए और कई लोगों की जानें बच गई।
दो बेटे और पति की करंट हादसे में मौत से संतोषी देवी के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है। नमामि गंगे परियोजना के सीवर ट्रीटमेंट प्लांट में गणेश लाल (22) पुत्र महेंद्र लाल की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। सूचना पर गणेश के पिता महेंद्र लाल (48) और बड़ा भाई दीपू कुमार (33) मौके पर पहुंचे लेकिन कुछ ही देर बाद वहां करंट दौड़ गया जिसमें दोनों पिता-पुत्र की भी मौत हो गई।
अब घर में संतोषी और उनका एक जवान बेटा ही बचा है। संतोषी देवी का भरापूरा परिवार एक झटके में तबाह हो गया। कल तक हंसते खेलते परिवार पर अब दुखों का पहाड़ टूट गया है। चमोली में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट हादसे के बाद सरकार ने अब सभी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, पेयजल पंपिंग स्टेशनों की सेफ्टी ऑडिट के आदेश दिए हैं। सचिव पेयजल अरविंद सिंह ह्यांकी ने एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देने को कहा है।