डोईवाला। मौसम बदलते ही मौसमी बीमारी का खौफ लोगों को सताने लगा है। इसी डर के बीच उत्तराखंड में डेंगू का लार्वा मिला है। डेंगू का लार्वा मिलने के बाद से ही प्रशासन सतर्क हो गया है। बारिश के बीच में मलेरिया और वायरल फीवर के मरीजों से ही अस्पताल भर रहे थे और अब डेंगू का लार्वा मिलने से चिंता बढ़ गई है। बच्चों से लेकर बुजुर्ग इस बीमारी की चपेट में न आए इसके लिए प्रशासन लगातार तैयारियों में जुट गई है।
नगर पालिका परिषद क्षेत्र अंतर्गत जौलीग्रांट के कोठारी मोहल्ले में वन विभाग की ओर से बनाए जा रहे प्रकृति शिक्षण केंद्र अनुसंधान में बड़ी मात्रा में डेंगू का लार्वा पाया गया। इसी के साथ कोठारी मोहल्ले के समीप एक डेंगू का मरीज भी पॉजिटिव मिला है। जिसका उपचार निजी अस्पताल में किया जा रहा है।
प्रशासन से सूचना मिलते ही नगर पालिका ने डेंगू पॉजिटिव पाए गए मरीज के आसपास के घरों में फॉगिंग कराते हुए कीटनाशक का छिड़काव कराया। इसी के साथ क्षेत्र भ्रमण के दौरान नगर पालिका के सफाई निरीक्षक सचिन रावत व सभासद राजेश भट्ट ने कोठारी मोहल्ले में बन रहे प्रकृति शिक्षण केंद्र संस्थान में निर्माणाधीन कार्यों में बड़ी मात्रा में एकत्र पानी में डेंगू के लार्वा को पाया। जिसके बाद यहां पर कीटनाशक छिड़काव कराने के साथ ही एकत्र पानी को निकाला गया। जिससे कि अन्य क्षेत्रों में डेंगू का प्रकोप फैलने से रोका जा सके।
साथ ही संपूर्ण क्षेत्र में डेंगू की रोकथाम के लिए जनमानस को जागरूक करते हुए दुकानों व सार्वजनिक स्थलों पर इसके बचाव हेतु स्टीकर भी चिपकाए गए। टीम में मुख्य रूप से सुपरवाइजर नीरज, तपस, शिवा, विनोद, अरुण, विजेंदर, दिनेश आदि मौजूद रहे। इस मौके पर लोगों को सचेत रहने के लिए कहा गया है। साथ ही अपील की गई है कि आसपास पानी इकट्ठा न होने दें।