खटीमा। अनुसूचित जनजाति आयोग अध्यक्ष लीलावती राणा ने राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय का निरीक्षण किया। जांच में सामने आया कि बत्ती गुल होने पर इन्वर्टर से पंखे नहीं चलते हैं। निरीक्षण में सामने आया प्रत्येक बच्चे को एक माह के लिए एक साबुन नहाने और कपड़ा धोने का मिलता है, तेल भी दिया जाता था लेकिन इनकी कीमत तीन गुना अधिक दर्शाई गई थी।
दो विषयों के लिए स्थानीय स्तर पर रखे गए अध्यापकों का वेतन प्रति छात्र 200 रुपये लिया जाना पाया। खेल का सामान एक कमरे में बंद था। उन्होंने कमरे का ताला खुलवा कर खेल सामग्री उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
बताया कि सरकार आश्रम के बच्चों के लिए जो बजट देती है इसका पूरा लाभ नहीं मिल रहा है। वहां प्रधानाचार्य जमुना प्रसाद, जिलामंत्री महिला मोर्चा अंजू सिंह, एडीओ समाज कल्याण गणेश मेहर, ओम नारायण सिंह राणा, अनीता ज्याला, सुभाष राणा आदि थे।