कांग्रेस नेता राहुल गांधी की मणिपुर यात्रा को लेकर राजनीति तेज है। भाजपा राहुल गांधी पर हमलावर है। कांग्रेस की ओर से पलटवार किया जा रहा है। दरअसल, राहुल गांधी जातीय हिंसा से प्रभावित मणिपुर में राहत शिविरों के दौरे को लेकर बृहस्पतिवार को कई नाटकीय घटनाक्रम देखने को मिला। उनके काफिले को पुलिस ने बीच रास्ते में ही रोक दिया था। इसी के बाद कांग्रेस सरकार पर आरोप लगा रही है। कांग्रेस का साफ तौर पर कहना है कि भाजपा को राहुल गांधी से जलन है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि वे (बीजेपी) हमेशा ईर्ष्या से बात करते हैं। यदि कोई कांग्रेस नेता वहां (मणिपुर) जाकर लोगों की कठिनाइयों को समझने की कोशिश करता है, तो वे इसे नाटक कहते हैं। उन्होंने कहा कि यह आपकी तानाशाह वाली मानसिकता दिखाता है।
वह विपक्ष को देश में सहन नहीं कर सकते। ऐसे विचारधारा वाले लोगों की निंदा करता हूं। खड़गे ने कहा कि जब अमित शाह जा सकते हैं तो विपक्ष के लोग वहां क्यों नहीं जा सकते? अगर वे (राहुल गांधी) गए तो ड्रामा, आप गए तो क्या? महाड्रामा? आपको उनकी यात्रा के बारे में 4 दिन पहले ही पता था, तो आपने उनको सुरक्षा पहले क्यों नहीं दी।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के मणिपुर दौरे पर बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य में स्थिति करुणा के जरिए मतभेदों को दूर करने की मांग करती है, न कि किसी नेता के दौरे से मतभेद बढ़ाने की। शर्मा ने कहा कि गांधी के मणिपुर दौरे को मीडिया ने बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया है और इस वक्त किसी को पूर्वोत्तर राज्य की ‘‘दुखद’’ स्थिति से राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि हमें मीडिया के माध्यम से पता चला है कि राहुल गांधी मणिपुर का दौरा कर रहे हैं। जिद से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है संवेदनशीलता है। हम एक लोकतांत्रिक देश हैं और इसलिए उन्हें मणिपुर जाने से किसी ने नहीं रोका। हालांकि, मणिपुर प्रशासन ने बताया कि राहुल के दौरे की खबर सामने आने के बाद से उनके मणिपुर दौरे पर कई बार विरोध प्रदर्शन हुआ है।