उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार लगातार राज्य में शानदार कानून व्यवस्था का दावा करती है। योगी आदित्यनाथ सरकार सरकार आने के बाद राज्य में माफियाओं और बदमाशों के खिलाफ एक्शन लगातार जारी है। इन सब के बीच उत्तर प्रदेश पुलिस ने बड़ा दावा किया है। दावे के मुताबिक योगी आदित्यनाथ सरकार के छह साल के कार्यकाल में 10,713 मुठभेड़ों में 5,967 अपराधियों को पकड़ा गया, जबकि 1,708 अपराधी घायल हुए। वहीं, मुठभेड़ों में 179 अपराधी मारे गए, जबकि एक बहादुर सिपाही भी शहीद हुआ है। दावा किया गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जैसे ही राज्य की बागडोर संभाली, राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार करना उनकी प्राथमिकता बन गई।
बताया गया है कि प्रदेश में एनकाउंटर की संख्या के मामले में मेरठ सबसे आगे है। 2017 के बाद से सबसे अधिक 3152 मुठभेड़ मेरठ में ही हुए हैं। यहां 1,708 गिरफ्तार किए गए हैं। इसके बाद आगरा पुलिस है, जिसने 1,844 मुठभेड़ों को अंजाम दिया, जिसमें 14 खूंखार अपराधी मारे गए, 4,654 गिरफ्तार किए गए, जबकि 55 पुलिस कर्मी घायल हुए हैं। इसमें यह भी कहा गया है कि आदित्यनाथ का सरकार ने “यूपी की कानून व्यवस्था की स्थिति को मजबूत करने के लिए माफियाओं के खिलाफ जीरो टॉलरेंस और असामाजिक तत्वों पर कड़ी कार्रवाई” की नीति अपनाई है। बरेली मंडल के तहत पिछले छह वर्षों में 1,497 मुठभेड़ हुई, जिसमें 3,410 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि सात मारे गए और 437 घायल हुए है।
यूपी सरकार ने कहा कि अपराधियों पर नकेल कसने के लिए मुठभेड़ राज्य पुलिस की शीर्ष रणनीति थी। दावा किया गया है कि यूपी ने अपराध पर अंकुश लगाने और अपराधियों पर नकेल कसने के लिए चरणबद्ध तरीके से काम किया। एनकाउंटर ही शीर्ष रणनीति थी, जिससे अपराधियों में भय पैदा हो गया, जिसके बाद वे राज्य से भागने लगे। सरकार की ओर से दावा किया गया है कि पुलिसिया कार्रवाइयों के कारण कभी लचर कानून-व्यवस्था और माफियाओं के अत्याचारों के लिए जाना जाने वाला प्रदेश आज देश ही नहीं विदेशों में अपराध-भय मुक्त राज्य के रूप में जाना जा रहा है।