देहरादून। राजधानी के 18 रूटों पर ई-रिक्शा और मैजिक का संचालन किया जाएगा। धीरे-धीरे शहर में चलने वाले 10 साल पुराने डीजल के ऑटो, सिटी बसें और विक्रम बाहर हो जाएंगे। परिवहन विभाग के अफसरों की ओर से तैयार इस प्लान को मुख्य सचिव एसएस संधु की बैठक में भी प्रस्तुत किया गया।
राजधानी की यातायात व्यवस्था को स्मार्ट बनाने के लिए देहरादून के आरटीओ ने ट्रैफिक का मास्टर प्लान तैयार किया है। उनका दावा है कि यह प्लान लागू हुआ तो शहरवासियों को जाम से छुटकारा मिलेगा। इसके तहत, इसमें शहर के ट्रैफिक को दो कॉरिडोर और एक सेमी सर्किल में बांटा गया है।
कॉरिडोर पर ई-बसें चलेंगी और सेमी सर्किल पर छोटी ई-बसें या सीएनजी बसों का संचालन होगा। हर 10 मिनट में मिलने वाली इन बसों तक पहुंचने के लिए राजधानी के 18 रूटों पर ई-रिक्शा और मैजिक का संचालन किया जाएगा। धीरे-धीरे शहर में चलने वाले 10 साल पुराने डीजल के ऑटो, सिटी बसें और विक्रम बाहर हो जाएंगे। परिवहन विभाग के अफसरों की ओर से तैयार इस प्लान को मुख्य सचिव एसएस संधु की बैठक में भी प्रस्तुत किया गया। मुख्य मुख्य सचिव ने इस पर अमल करने के आदेश दिए हैं।
यह होगा सेमी सर्किल
आईएसबीटी से शुरू होकर हरिद्वार बाईपास, रिस्पना पुल, जोगीवाला, रिंगरोड, रायपुर, कृषाली चौक होते हुए गढ़ी कैंट सप्लाई डिपो से बल्लूपुर चौक तक।
कुछ खास बातें
- तीनों कॉरिडोर के रूटों पर स्मार्ट इलेक्ट्रिक बसों का होगा संचालन
- यात्रियों को जारी किए जाएंगे प्रीपेड कार्ड जो एक माह के लिए वैध होंगे
- टोकन व्यवस्था लागू होगी। यात्रियों को प्रतिदिन किराया देने के झंझट से मुक्ति।
- कुठालगेट, रायपुर, झाझरा और क्लेमेंटटाउन में स्मार्ट पार्किंग जोन बनाए जाएंगे।
- राजधानी के हर कोने से शहरियों को गाड़ियां मिलेंगी।
- मास्टर प्लान लागू होने पर बेहद सस्ते किराये में सफर की सुविधा मिलेगी।
जाम की समस्या से निजात के साथ ही लोगों को चेन्नई, मुंबई, चंडीगढ़ की तर्ज पर सार्वजनिक यातायात की सुविधा मिले, इसके लिए मास्टर प्लान तैयार किया गया है। मास्टर प्लान धरातल पर उतरा तो न सिर्फ लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए अच्छी सुविधा मिलेगी बल्कि दून की सड़कों पर निजी वाहनों का दबाव भी कम होगा।
-सुनील कुमार शर्मा , आरटीओ (प्रशासन)