देहरादून। प्रदेश में जिन शहरों में पार्किंग के लिए टनल या जमीन नहीं मिलेगी वहां सरकार ऑटोमेटेड कार पार्किंग बनाएगी। यह ऐसी पार्किंग होगी, जिसमें दो सौ वर्ग मीटर जगह में करीब दो सौ कार पार्क हो सकेगी। यह पार्किंग आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के इस्तेमाल से स्वत: ही कार को पार्क करने में सक्षम होंगी।
सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय में ऑटोमेटेड कार पार्किंग बनाई गई है। इसी तर्ज पर उत्तराखंड के चार जिलों में नौ स्थानों को इस पार्किंग के लिए चुना गया है। इनमें आठ पार्किंग एनएचआईडीसीएल और एक पीडब्ल्यूए बनाएगा। चमोली, हरिद्वार, नैनीताल और पिथौरागढ़ में पहले चरण में पार्किंग बनाई जाएगी। उत्तराखंड आवास एवं नगर विकास प्राधिकरण के संयुक्त मुख्य प्रशासक पीसी दुमका ने बताया कि परिवहन मंत्रालय में इस तरह की पार्किंग सफलता पूर्वक संचालित हो रही है।
यहां बनेगी कम जगह की बड़ी ऑटोमेटेड पार्किंग
चमोली (02)- गोपेश्वर बस स्टेशन और कर्णप्रयाग बस स्टेशन के पास।
हरिद्वार (05)- तहसील परिसर, सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय, तहसील परिसर रुड़की, ललतारौ पार्क हरिद्वार, पुराना रानीपुर मोड़ टिबड़ी।
नैनीताल (01)- नेशनल होटल के पास।
पिथौरागढ़ (01)- धारचूला में वेटरनरी विभाग की भूमि पर।
कैसे काम करेगी ऑटोमेटेड मल्टी स्टोरी पार्किंग
यह पार्किंग आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर काम करेगी। आपको अपनी कार वहां पहुंचानी होगी। इसके बाद पार्किंग की जिस मंजिल में जो भी स्लॉट खाली होगा, वहां खुद ब खुद कार पार्क हो जाएगी। इसकी सबसे खास बात यह है कि यह कम जगह में तैयार हो जाती है, लेकिन रखरखाव महंगा होता है।