देहरादून। भारत जोड़ो यात्रा के बीच उत्तराखंड कांग्रेस एक बार फिर बिखराव के रास्ते पर दिख रही है। इससे पहले भी कई मौकों पर पार्टी में गुटबाजी सतह पर आ चुकी है, जिसका कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ा। बीते दिवस पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने विधानसभा में एक प्रेसवार्ता का आयोजन कर सचिवालय घेराव का एलान किया था।
आज सोमवार को उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व चकराता विधायक प्रीतम सिंह गुट ने सचिवालय घेराव के लिए रैली निकाली। लेकिन इस संबंध में प्रदेश कांग्रेस कमेटी को कोई जानकारी नहीं है। प्रीतम एकला चलो की राह पर शक्ति प्रदर्शन करने निकले। इस रैली में 19 विधायकों में से प्रीतम सिंह को शामिल करते हुए कुल 14 विधायक मौजूद है।
वहीं दूसरी और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा हल्द्वानी में पत्रकारवार्ता कर रहे हैं। उधर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की 22 से 25 सितंबर तक होने वाली भारत जोड़ो यात्रा का पोस्टर भी जारी किया गया है। इसमें राष्ट्रीय नेताओं के साथ प्रदेश स्तरीय नेताओं को भी स्थान दिया गया है। बीते दिवस पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने विधानसभा में एक प्रेसवार्ता का आयोजन कर सचिवालय घेराव का एलान किया था। संगठन के पदाधिकारियों के नाम पर उसके साथ वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना मौजूद थे। जबकि पीसीसी अध्यक्ष ने इस बारे में कोई जानकारी होने से इनकार किया।
पार्टी जानकारों का कहना है कि एक तरफ पार्टी भारत जोड़ो यात्रा निकाल रही है, वहीं दूसरी पार्टी में ही गुटबाजी हो रही है। भाजपा इस मौके को भुनाने से नहीं चुकेगी। जब से प्रीतम सिंह नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी से हटे हैं, तब से उनके तेवर पार्टी से इतर दिखाई दे रहे हैं। पिछले दिनों अल्मोड़ा और फिर देहरादून में प्रभारी देवेंद्र यादव की अध्यक्षता में हुई दोनों बैठकों में प्रीतम गायब रहे।
माणा (बदरीनाथ) से रुद्रप्रयाग तक निकली भारत जोड़ो यात्रा में भी वे दिखाई नहीं दिए। हालांकि उन्होंने इस दौरान हिमाचल चुनाव प्रचार में व्यस्त होने का हवाला दिया। लेकिन पार्टी सूत्रों की मानें तो देवेंद्र यादव से उनके रिश्तों में आई खटास इसकी प्रमुख वजह है।
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