मार्ग खोलने का कार्य जारी
हालांकि, बीआरओ की ओर से सड़क मार्ग को खोलने का कार्य लगातार जारी है। सलधार के पास हाईवे बाधित होने से सीमांत क्षेत्र मलारी के नागरिकों के साथ-साथ सेना को भी आवाजाही में खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जोशीमठ (चमोली)। भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाला मलारी हाईवे सलधार के पास दूसरे दिन भी वाहनों की आवाजाही के लिए बंद रहा, जिससे सीमावर्ती क्षेत्र से जुडे व्यक्तियों के अलावा सेना को भी आवाजाही में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि बीआरओ सड़क खोलने में जुटा हुआ है।
जोशीमठ-मलारी हाईवे सलधार के पास पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा आने से सोमवार सुबह से बंद है। वहीं पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा आने से मंगलवार को भी सलधार के पास वाहनों की आवाजाही नहीं हो पाई। वहीं, रात्रि को हुई वर्षा से मंगलवार को जोशीमठ-मलारी हाईवे जुआ ग्वाड़ के समीप भारी मात्रा में मलबा आने से बंद हो गया, जिससे सीमांत क्षेत्र के नागरिकों के साथ ही सेना से जुड़े जवानों को भी आवाजाही करने में खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बीआरओ के कमांडर मनीष कपील का कहना है कि सड़क को खोलने का कार्य जारी है। स्लाइड से लगातार मलबा आने से हाईवे को खोलने में दिक्कत आ रही है। जल्द ही हाईवे को खोल दिया जाएगा। चाका-गजा मार्ग पर मरोड़ा गदेरे के समीप डंपर के गहरी खाई में गिर से उसमें सवार चालक की मौके पर मौत हो गई जबकि हेल्पर घायल हो गया उसे उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवप्रयाग बागी में भर्ती कराया गया।
थाना देवप्रयाग के एसएचओ देवराज शर्मा ने बताया कि मंगलवार सायं करीब चार बजे ऋषिकेश से कोटेश्वर बांध परियोजना की सामग्री लेकर आ रहा डंपर मरोड़ा गदेरे के पास करीब ढाई सौ मीटर गहरी खाई में जा गिरा। जिसमें डंपर चालक हरिओम 24 निवासी ग्राम बागी बीपुरम टिहरी गढ़वाल की मौके पर ही मौत हो गई जबकि हेल्पर रमेश 28 निवासी ढुंगीधार नई टिहरी घायल हो गया। एसएचओ ने बताया कि घटना की सूचना दोनों के स्वजन को दे दी गई है।