देहरादून। हरिद्वार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में पहली बार भाजपा का डंका बजा है। जिला पंचायत के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष पद पर और ब्लॉक प्रमुख के छह में से पांच पदों पर भाजपा प्रत्याशियों को किसी प्रत्याशी ने चुनौती नहीं दी। इसके साथ ही इन सभी पदों पर भाजपा का परचम लहराना तय हो गया है।
पार्टी के प्रदर्शन से उत्साहित भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने इसे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व, पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मेहनत और संगठन के चुनाव प्रबंधन में जुटे कार्यकर्ताओं की सक्रियता का परिणाम बताया है।
सियासी जानकारों के मुताबिक, भाजपा के हरिद्वार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की जीत के खास मायने हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रही पार्टी ने पंचायत चुनाव को बेहद गंभीरता से लिया। जिला पंचायत और क्षेत्र पंचायतों में जीत भाजपा के लिए सपने की तरह थी। राज्य बनने के बाद हुए पिछले सभी चुनाव में वह पीछे रही।
सीएम के लिए चुनाव के खास मायने
संगठन की कमान हाथों में आने के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भट्ट की यह पहली चुनावी परीक्षा थी। चंपावत उपचुनाव में ऐतिहासिक बढ़त से जीत दर्ज करने वाले सीएम पुष्कर सिंह धामी के लिए भी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के खास मायने थे।
दरअसल, 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को सबसे बड़ा झटका हरिद्वार जिले में ही लगा था, जहां वह 11 में से आठ सीटें हार गई थीं। हार का हिसाब बराबर करने के लिए पंचायत चुनाव उसके पास एक अवसर था, जिसे वह भुनाने में कामयाब रही। चुनाव के ऐलान से पहले ही सीएम धामी ने सधी रणनीति के तहत हरिद्वार जिले के ग्रामीण इलाकों में दौरे किए और पार्टी ने मंडल और बूथों में अपने कार्यकर्ताओं को झोंक दिया। उसकी रणनीति के आगे कांग्रेस आसपास भी नहीं दिखी।
हरिद्वार के लिए सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल और पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने इन चुनावों को प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया था। माहौल बनाने के लिए भाजपा मे दूसरे दलों के नेताओं को शामिल कराने से लेकर समर्थन जुटाने तक पार्टी ने कदम-कदम पर अपना दम दिखाने की कोशिश की। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भट्ट का मानना है कि चुनाव के नतीजों ने 2024 के लोकसभा चुनाव की पटकथा लिख दी।
इन भाजपा प्रत्याशियों का निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख बनना तय
- बहादराबाद आशा नेगी
- खानपुर नीतेश कुमार
- लक्सर डॉ. हर्ष कुमार
- रुड़की राव लुबना
- भगवानपुर करुणा कर्णवाल