कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को कहा कि हर तरह की सांप्रदायिकता का मुकाबला किया जाना चाहिए, चाहे वह कहीं से भी हो और उसके प्रति ‘कतई बर्दाश्त न करने’ (जीरो टॉलरेंस) की नीति होनी चाहिए।
गांधी ने राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) और अन्य एजेंसियों द्वारा पीएफआई कार्यालयों और पीएफआई नेताओं के घरों पर देशव्यापी छापे के संबंध में संवाददाता सम्मेलन में पूछे एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘हर तरह की सांप्रदायिकता का मुकाबला किया जाना चाहिए, चाहे वह कहीं से भी हो। सांप्रदायिकता के प्रति ‘कतई बर्दाश्त न करने’ (जीरो टॉलरेंस) की नीति होनी चाहिए और इसका मुकाबला किया जाना चाहिए।’’
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने भी कहा कि हर तरह की सांप्रदायिकता का मुकाबला किया जाना चाहिए। रमेश ने इस मामले पर गांधी के बयान को टैग करते हुए ट्वीट किया, ‘‘यह नेहरूवादी रुख का एक स्पष्ट दोहराव है- सभी तरह की सांप्रदायिकता खतरनाक है और इसका समान रूप से मुकाबला किया जाना चाहिए।’’
अधिकारियों ने बताया कि एनआईए की अगुवाई में कई एजेंसियों ने बृहस्पतिवार को राज्यों में आतंकवाद के वित्त पोषण में कथित तौर पर शामिल संदिग्धों के ठिकानों पर छापेमारी की और पीएफआई के 106 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि सबसे अधिक गिरफ्तारी केरल (22) में की गई। इसके बाद महाराष्ट्र (20), कर्नाटक (20), आंध्र प्रदेश (5), असम (9), दिल्ली (3), मध्य प्रदेश (4), पुडुचेरी (3), तमिलनाडु (10), उत्तर प्रदेश (8) और राजस्थान (2) में की गईं।