अंजलि के शव को देखकर परिजन फूट-फूटकर रोने लगे। दुखी पिता के समझ में नहीं आ रहा था कि उसकी पुत्री यामीन से कैसे परिचित हुई। अंजलि के पिता हल्दूचौड़ के गैस प्लांट में नौकरी करते हैं। अंजलि के घर में मां के अलावा एक छोटा भाई और एक छोटी बहन भी है।
किच्छा (ऊधमसिंह नगर)। लालकुआं थाना क्षेत्र के ग्राम खड़कपुर मोटाहल्दू निवासी खीमराम की 18 वर्षीय पुत्री अंजलि किच्छा के डिग्री कॉलेज में प्रवेश लेना चाहती थी। इसके लिए वह तीन अगस्त को अपने घर से निकली थी लेकिन तब से वह घर नहीं लौटी। अंजलि के परिजनों ने लालकुआं थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज करवाई थी। अंजलि के न मिलने पर पुलिस ने सर्विलांस की मदद ली तो अंतिम बार मोबाइल फोन पर उसकी बात ग्राम बरा निवासी यामीन अहमद से होने का पता चला।
अंजलि के शव को देखकर परिजन फूट-फूटकर रोने लगे। हत्या के 24 दिन बाद बरामद अंजलि का शव बुरी तरह सड़-गल चुका था। उसके शरीर को कीड़ों ने खाकर कई जगह खराब कर दिया था। उसका शव एकदम घने जंगल में मिला है। वहां आमतौर पर किसी व्यक्ति का आना-जाना नहीं होता है। इसी कारण हत्या के 24 दिन तक किसी ने शव को नहीं देखा।
शादी का दबाव बनाने पर पिकअप चालक प्रेमी ने हेल्पर साथी की मदद से नैनीताल जिले में मोटाहल्दू के ग्राम खड़कपुर निवासी अंजलि की गला रेतकर हत्या कर दी। गुमशुदगी के 24 दिन बाद पुलिस ने प्रेमी की निशानदेही पर उसका शव शक्तिफार्म रोड पर जंगल से बरामद किया। आरोपी ने तीन अगस्त को ही उसकी हत्या कर दी थी। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त चाकू और बाइक भी बरामद कर ली है।
आरोप है कि किच्छा में मिलने पर अंजलि शादी करने के लिए यामीन पर दबाव बनाने लगी। तभी यामीन ने अंजलि को ठिकाने लगाने का मन बना लिया।
पुलभट्टा के एसओ कमलेश भट्ट ने यामीन को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो कुछ ही देर में वह टूट गया। बाद में यामीन की निशानदेही पर शक्तिफार्म रोड पर वन विभाग की चौकी से आगे घने जंगल से अंजलि का गला सड़ा शव बरामद हुआ। पूछताछ में यामीन ने पुलिस को बताया कि किच्छा आकर अंजलि ने यामीन के मोबाइल पर कॉल की।
उस समय यामीन बहेड़ी में था। अंजलि का फोन आने पर यामीन अपने भाई की बाइक से किच्छा आया। वह बरा निवासी अपनी पिकअप के हेल्पर सचिन सक्सेना को भी साथ लाया था। अंजलि और सचिन दोनों को बाइक पर बैठाकर वह शक्तिफार्म रोड पर वन विभाग की चौकी से आगे जंगल में ले गया। वहां गला रेतकर उसने अंजलि की हत्या कर दी। इसके बाद अंजलि का पर्स जंगल में ही घटनास्थल से कुछ दूर फेंक दिया गया। पुलिस ने यामीन की निशानदेही पर अंजलि का पर्स समेत हत्या में प्रयुक्त चाकू भी बरामद कर लिया। नैनीताल पुलिस यामीन समेत उसके हेल्पर सचिन को भी लालकुआं ले गई।
बताया जा रहा है कि अंजलि और यामीन की मुलाकात सोशल मीडिया के माध्यम से हुई थी। बाद में दोनों चैटिंग कर एक-दूसरे से मिलने लगे। अंजलि यामीन से शादी करने के लिए कह रही थी लेकिन यामीन उसे हमेशा टाल रहा था। इस पर यामीन ने जंगल में ले जाकर अंजलि की हत्या कर दी।