
राजधानी देहरादून के परम विहार क्षेत्र में बुधवार देर रात संरक्षित पशु के अवशेष मिलने से माहौल अचानक तनावपूर्ण हो गया। अवशेष देखे जाने के बाद बजरंग दल के कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए और कटान का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। प्रदर्शनकारियों ने पहले मीट की दुकान के बाहर विरोध दर्ज कराया और फिर सड़क पर ही लेटकर जाम लगा दिया, जिसके कारण इलाके में आवागमन बाधित हो गया। हंगामा देर रात तक चलता रहा और प्रशासन पर तत्काल कार्रवाई का दबाव बढ़ने लगा।
स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि अवशेषों के नमूने जांच के लिए भेजे जाएंगे ताकि संरक्षित पशु कटान का सत्य स्पष्ट हो सके। पुलिस की इस कार्रवाई के बाद देर रात जाकर माहौल शांत हो पाया। गुरुवार को पुलिस ने अवशेष के नमूने लेकर फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिए हैं। रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कानूनी कार्रवाई तय की जाएगी।
वहीं, पुलिस ने देर रात हुए हंगामे के बाद क्षेत्र में मीट दुकानों पर विशेष जांच अभियान चलाया। पटेलनगर सहित कई क्षेत्रों में दुकानों की जांच की गई, जिसमें 12 दुकानों का निरीक्षण किया गया। जांच के दौरान साफ-सफाई की कमी, अतिक्रमण, और आवश्यक लाइसेंस न होने जैसी कई अनियमितताएं सामने आईं। पुलिस ने इन अनियमितताओं के आधार पर पांच दुकानदारों के चालान किए और पूरी रिपोर्ट नगर निगम को भेज दी है ताकि आगे स्थानीय स्तर पर कार्रवाई हो सके।
सीओ अंकित कंडारी ने बताया कि अभियान का उद्देश्य न सिर्फ अवैध गतिविधियों की रोकथाम है, बल्कि यह सुनिश्चित करना भी है कि मीट दुकानों में मानक प्रक्रिया और स्वच्छता का पालन हो। फिलहाल संरक्षित पशु अवशेष की जांच रिपोर्ट का इंतजार है, जिसके आधार पर मामले में निर्णायक कदम उठाए जाएंगे।




