
देहरादून | यूकेएसएसएससी परीक्षा पेपर लीक मामले को लेकर बेरोजगार युवाओं का आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। विभिन्न मांगों के साथ आंदोलनरत युवाओं का धरना परेड ग्राउंड में बुधवार को भी जारी रहा। परेड ग्राउंड पर चल रहे धरने में बड़ी संख्या में युवा शामिल हैं। वे परीक्षा रद्द कराने की मांग पर अड़े हैं। सोमवार को शुरू हुआ यह धरना तीसरे दिन भी जारी रहा। शुरुआत में युवाओं ने मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच करने की कोशिश की थी, लेकिन पुलिस ने कानून-व्यवस्था का हवाला देते हुए उन्हें परेड ग्राउंड पर ही रोक दिया। इसके बाद से युवा दिन-रात यहीं पर डटे हुए हैं।
धरने के दौरान युवाओं को संबोधित करने के लिए कई नेताओं ने परेड ग्राउंड पहुंचकर उनका समर्थन किया। युवाओं का कहना है कि परीक्षा में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं हुई हैं और पेपर लीक हुआ है। इसी कारण वे परीक्षा को रद्द करने और मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग कर रहे हैं। धरने पर बैठे युवाओं का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भी मिला था। वार्ता लंबे समय तक चली, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। युवा अपनी मुख्य मांगों पर कायम रहे और वार्ता विफल हो गई।
इस बीच, सरकार ने मामले की जांच के लिए विशेष जांच टीम (एसआईटी) गठित कर दी है। साथ ही एक पूर्व न्यायाधीश से भी जांच कराने का आदेश दिया गया है। पुलिस अब तक इस प्रकरण में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। बावजूद इसके, युवाओं का आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। धरने पर डटे युवाओं ने प्रदेश सरकार के कदम को मात्र “मीठी टॉफी” बताते हुए खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि जब तक परीक्षा रद्द नहीं की जाती और पूरी तरह पारदर्शी जांच नहीं होती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।